अंबिकापुर @thetarget365 सरगुजा जिले के कुन्नी में पति के स्कूल के सामने मां-बेटी की पेड़ से लटकी लाश मिलने के मामले में नया मोड़ आ गया है। मृतका के मायके पक्ष ने इसे आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या करार दिया है। उनका आरोप है कि दहेज प्रताड़ना के चलते मीना गुप्ता और उसकी मासूम बेटी की हत्या कर, इसे आत्महत्या का रूप दिया गया। मामले में ससुराल पक्ष के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की गई है।
कुन्नी स्कूल के सामने 6 दिसंबर की सुबह मीना गुप्ता और उसकी अबोध बेटी आस्था की पेड़ पर फांसी पर लटकी लाश मिली थी। महिला का पति कुन्नी के हायर सेकेंडरी स्कूल में ही पदस्थ है। बुधवार को मृतका के मायके पक्ष के लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। एसपी को ज्ञापन सौंप आरोप लगाया कि शादी के बाद उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। जब मीना ने बेटी को जन्म दिया तो प्रताड़ना और बढ़ गई थी। इससे तंग आकर महिला अपने शिक्षक पति से अलग एक मकान में रहने लगी थी।
वह खुद सिलाई, बुनाई कर आजीविका चलाती थी। महिला को हर महीने 10 हजार रूपये और दहेज का सामान वापस देने का आदेश घटना से कुछ दिन पहले ही हुआ था। सुनियोजित तरीके से महिला को रास्ते से हटाने के लिए साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया है। मृतका के स्वजन प्रफुल्ल गुप्ता व बहन रीना गुप्ता का आरोप है कि मीना गुप्ता के मोबाइल से बहुत सारा डाटा घटना के बाद डिलीट कर दिया गया है। उन्होंने पति के मोबाइल की काल डिटेल की भी जांच की मांग की है।
महिला और उसकी बेटी की मौत के मामले की बारीकी से जांच चल रही है। बुधवार को मायके पक्ष के लोगों द्वारा जो आवेदन प्रस्तुत किया गया है उसमें उल्लेखित तथ्यों की भी बारीकी से जांच की जाएगी।
अमोलक सिंह ढिल्लो
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरगुजा