मदन मोहन त्यागी
चिरमिरी (एमसीबी)। एसईसीएल चिरमिरी ओपन कास्ट खदान में खड़ी डेढ़ करोड़ की ड्रिल मशीन मरम्मत कार्य दौरान जलकर राख हो गई। घटना शनिवार दोपहर 1:30 बजे के लगभग हुई। पहली पाली में ड्रिल मशीन का मेंटेनेंस किया जा रहा था इसी दौरान यहां मौजूद कर्मचारियों ने अचानक ड्रिल मशीन से धुआं उठता दिखा। पल भर में ही आग बेकाबू हो गई और ड्रिल मशीन में फैल गई।
मिली जानकारी के अनुसार या 165 नंबर की ड्रिल मशीन थी जो चिरमिरी ओपन कास्ट खदान में चौथी सीम के कार्य कर रही थी। पहली पाली में ड्रिल मशीन का मेंटेनेंस किया जा रहा था। बताया जा रहा है की ड्रिल मशीन में मेंटेनेंस कार्य के दौरान वेल्डिंग के कारण ही आग लग गई। ओपन कास्ट खदान में आग लगने की खबर क्षेत्र में फैली तो यहां जलती हुई ड्रिल मशीन देखने लोगों की भीड़ जुट गई। घंटे भर से ज्यादा के प्रयास के बाद एसईसीएल के कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया। हालांकि हुए हादसे में एसईसीएल के कर्मचारी सुरक्षित बच निकले हैं।
16 मार्च के दिन मशीन से नहीं लिया काम
कर्मचारियों से बात करने पर उन्होंने बताया कि 16 मार्च की सुबह से ही मशीन का मेंटेनेंस किया जा रहा था। पहली पाली में इस मशीन से कोई काम नहीं किया गया। दोपहर के लगभग 1:30 बजे के आसपास मौजूद कर्मचारियों ने अचानक मशीन से धुआं निकलता देखा, देखते ही देखते आग भड़क गई और मशीन जलकर राख हो गई। हालांकि इससे पहले इस मशीन से ओपन कास्ट खदान में ड्रिल करने का काम लिया जाता रहा है। 16 मार्च के पहले तक यह मशीन बेहद अच्छे हालात में कार्य कर रही थी। इसमें मेंटेनेंस के दौरान छोटे-मोटे दोषों को दूर किया जा रहा था।
डेढ़ घंटे की कवायद के बाद बुझाई गई आग
एसईसीएल चिरमिरी ओपन कास्ट में खड़ी ड्रिल मशीन में आग लगने के बाद मौजूद कर्मचारी अचानक सकते में आ गए। जल्दबाजी में खदान में मौजूद टैंकरों से ही पानी डालकर आज पर काबू पाने की कोशिश की गई। आग की लपटे इतनी भयानक थी कि कर्मचारी भी इसके पास जाने से डर रहे थे। वहीं मौजूद मीनिंग के कर्मचारियों की सूझबूझ और फायर फाइटिंग से लगभग डेढ़ घंटे की कवायद के बाद आग पर काबू पाया गया।