‘राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उदयपुर तक ब्लड सैम्पल परिवहन हेतु परिक्षण उडान का हुआ आयोजन’
अंबिकापुर। भारत सरकार के पायलेट प्रोजेक्ट युज ऑफ ड्रोन टेक्नॉलॉजी इन हेल्थ सर्विस डिलीवरी में जिले के राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अम्बिकापुर का चयन हुआ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आर एन गुप्ता ने बताया कि ड्रोन के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उदयपुर से सैंपल शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में प्राप्त किया जायेगा और जांच उपरांत रिपोर्ट सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उदयपुर प्रेषित की जायेगी। जिसके क्रियान्वयन के लिए प्रथम चरण में प्रयोग के तौर पर राजमाता श्रीमती देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में सोमवार को प्रथम ट्रायल किया गया, जिसके तहत् मेडिकल कॉलेज से 40 किमी दूर उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से ड्रोन के माध्यम से लेप्टोस्पीरा स्क्रबटाईप्स और डेंगु एलजीएमईएल आईएसए जाँच हेतु सैम्पल लाये गये। साथ ही साथ ओटी कल्चर हेतु सैंपल भी ड्रोन से भेजे गये। इस प्रोजेक्ट हेतु दो स्व-सहायता समूह की ड्रोन दीदीयों को, ड्रोन संचालन की ट्रेनिंग के लिए दिल्ली भेजा गया था जिसमें से सैंपल लोडिंग एवं अनलोडिंग के कार्य हेतु एक ड्रोन दीदी को उदयपुर एवं एक ड्रोन दीदी अंबिकापुर से प्रशिक्षित किया गया है। इस प्रोजेक्ट के जिला स्तर पर मेडिकल कॉलेज के अस्पताल अधीक्षक नोडल डॉ. रमणेष मूर्ति एवं इंचार्ज डॉ. अरविंद कुमार सिंह हैं। यदि यह प्रोजेक्ट सफल होता है तो राज्य के समस्त जिलों में इसे लागू किया जावेगा। उन्होंने बताया कि दूरस्त इलाके से भर्ती मरीज को तत्काल जांच एवं सैपल रिपार्टिग की जानकारी वायु परिवहन के माध्यम से सुविधा उपलब्ध कराना सरगुजा जिले के लिए एक वरदान साबित होगा। इससे समय की बचत के साथ आपातकालीन स्थिति में मरीजों को बचाने में सुविधा होगी। प्रायः दुरस्थ क्षेत्र से आपातकालीन स्थिति में उच्च स्तरीय जांच हेतु परीवहन करना पड़ता है। ड्रोन सुविधा प्रदाय करने वाली संस्था काईट मैप के माध्यम से मेडिकल कालेज अंबिकापुर से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उदयपुर के मध्य ब्लड सैम्पल परिवहन हेतु परिक्षण उडान आयोजित किया गया ताकि ऐसे लैब संबंधित जांच जो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे नही होती हैं का जांच किया जा सके। ड्रोन को मेडिकल कालेज अंबिकापुर से उदयपुर पहुचने मे 30 मिनट का समय लगा जहां उदयपुर के झिरमिटी स्टेडियम ग्राउंड मे उसका सफल लैडिंग कराया गया, इनके द्वारा 15 मिनट के अंदर ब्लड सैपल जिसका वजन लगभग 600 ग्राम था, ड्रोन मे लोड कर दिया गया व काईट मैप कम्पनी के कर्मचारी जो पहले से मौजूद थे उनके द्वारा वापस ड्रोन को मेडिकल कालेज अंबिकापुर भेज दिया गया। इस अवसर पर नोडल डॉ. रमणेश मूर्ति एवं इंचार्ज डॉ. अरविंद कुमार सिंह, पैथोलाजिस्ट डॉ दीपक गुप्ता, लैब टैक्निशियन अशोक पुरकैत, खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, भानेश गौरव, ड्रोन दीदी सुश्री संध्या बारी उपस्थित रहे।