अंबिकापुर @thetarget365 उत्तर छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल आने वाले वर्षों में आर्थिक सुदृढ़ीकरण में मददगार साबित होंगे। इसके लिए पहली बार अंबिकापुर में राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
वर्तमान में बलरामपुर जिले को केंद्र में रखकर कालेजों के विद्यार्थियों को जरूरी मार्गदर्शन दिए जा रहे हैं ताकि वे इस क्षेत्र में आगे बढ़ सकें। देश के अलग- अलग क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञ पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के अवसर के अलावा राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन-स्थलों को प्रसिद्धि दिलाने जानकारी दे रहे हैं।
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के द्वारा “पर्यटन के माध्यम से आर्थिक-उन्नयन बलरामपुर जिले के विशेष ने सन्दर्भ में विषय पर पांच दिवसीय हो “राष्ट्रीय कार्यशाला” का आयोजन अंबिकापुर में किया जा रहा है। सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज ने राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए आयोजन के उद्देश्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र को प्रकृति ने खूब सजाया व संवारा है। इस खूबसूरती को हम देश दुनिया तक ले जाने में सफल हुए तो हमारा यह आयोजन भी अपने उद्देश्यों को पूरा कर सकेगा।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता आईआइटी भिलाई के निदेशक प्रो राजीव प्रकाश ने किया। उन्होंने भी छत्तीसगढ़ के पर्यटन को लेकर अपनी बातें रखी। जिला पंचायत सीईओ बलरामपुर रेना जमील (आईएएस), डा पुनीत कुमार राय प्राचार्य शंकरगढ़ महाविद्यालय, एनके सिंह प्रभारी प्राचार्य बलरामपुर शासकीय महाविद्यालय एवं मनीष यादव प्रभारी प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय राजपुर ने भी विचार व्यक्त किए।
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डा नितेश कुमार मिश्र ने बताया कि कार्यशाला में डा प्रशांत सिंह अमरकंटक विश्वविद्यालय, डा अनिल टमटा उत्तराखंड, अंबिकापुर के जयेश वर्मा, डा मुकेश सिंह अहिरवार, डा एसबी ओट आदि पर्यटन से रोजगार को लेकर अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। कार्यशाला में पर्यटन से परिचय, पर्यटन के मूल घटक, विरासत पर्यटन, पर्यटन व्यवसाय, साहसिक पर्यटन, आदिवासी पर्यटन आदि विषयों व्याख्यान दिया जा रहा है।
पर्यटन से परिचय पर डा श्यामनारायण सिंह, पर्यटन के मूल घटक पर डा प्रशांत कुमार सिंह, पर्यटन व्यवसाय पर डा दीपक त्रिपाठी, विरासत पर्यटन पर डा पुनीत राय, साहसिक पर्यटन पर डा मुकेश सिंह अहीरवार, आदिवासी पर्यटन विषय पर डा दिनेश कुमार परस्ते व अंबिकापुर के जयेश वर्मा द्वारा सरगुजा क्षेत्र में पर्यटन का वर्तमान परिदृश्य पर व्याख्यान दिया।
उत्तराखण्ड के डा अनिल कुमार टमटा द्वारा आतिथ्य व्यवसाय विषय पर हिमांशु शेखर द्वारा टूर गाइडिंग और एस्कोर्टिंग पर डॉ प्रशांत कुमार सिंह द्वारा पर्यटन उद्योग में रोजगार के अवसर विषय पर व्याख्यान दिया गया। कार्यशाला में देश के विभिन्न भागों से विषय विशेषज्ञ आए हैं उनके साथ-साथ बलरामपुर, शंकरगढ़ और राजपुर महाविद्यालय के 45 छात्र छात्रा भाग ले रहे हैं। सभी को बलरामपुर के पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी कराया गया। यह कार्यशाला विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित व आईआइटी भिलाई से सहयोग प्राप्त है।