★ वन परिक्षेत्र उदयपुर के ग्राम फतेहपुर में हुआ हादसा
अंबिकापुर (thetarget365)। सरगुजा जिले के उदयपुर में ग्राम फतेपुर के जंगल में महुआ बीनने रात में तिरपाल लगा सो रहे परिवार पर हाथी ने हमला कर दिया। हाथी के हमले में घायल पति-पत्नी और 8 माह को दुधमुंही बच्ची को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर लाया गया है। जहां महिला की छाती में गंभीर चोट की वजह से बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रिफर कर दिया गया है। घटना सुबह 3 बजे की है।
मिली जानकारी के अनुसार हारमती पति दुर्गा गोंड 32 वर्ष, दुर्गा पिता बंधु जाति गोंड 34 वर्ष अपने साथ अंजना पिता दुर्गा गोंड 08 माह की दूधमुंही बच्ची को लेकर फतेहपुर जंगल में महुआ बीनने के लिए गए थे। रात में जंगल के किनारे तिरपाल लगा तीनों सो रहे थे इसी बीच हाथी ने हमला कर दिया। हाथी के हमले में घायल महिला को छाती में और 8 माह की नवजात बच्ची को शरीर में अंदरूनी चोट आई है। वही पुरुष दुर्गा को कमर में चोट लगी है। सभी घायलों को घटना स्थल से फॉरेस्ट की टीम ने एंबुलेंस से सीएचसी उदयपुर भेजा। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को तत्काल मेडिकल कालेज रिफर कर दिया गया है।
बताया जा रहा है दो हाथी का दल विगत एक सप्ताह से उदयपुर वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहा है। दोनों हाथी एक साथ थे परंतु दो दिन से दोनों हाथी अलग-अलग होकर विपरीत दिशाओं में चले गए हैं।एक हाथी लखनपुर वन परिक्षेत्र की ओर गया है तो दूसरा फतेहपुर की ओर से होते हुए तारा प्रेमनगर के जंगल की ओर रवाना हुआ है। घटना की सूचना पर रेंजर कमलेश राय घायलों के साथ सीएचसी उदयपुर में मौजूद रहे। रिफर किए जाने के बाद घायलों को बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। जहां वन अमला की टीम मौजूद है।
वन अमला द्वारा ग्रामीणों को लगातार समझाइश दी जा रही है। परंतु समझाइश को न मानना लोगों पर भारी पड़ रहा है। हाथियों के हमले से घायल दुर्गा के परिवार को भी जंगल में हाथी विचरण की सूचना दी गई थी परंतु इन लोगों ने समझाइश को नहीं माना और हाथी के हमले के हादसे का शिकार हो गए।