अंबिकापुर @thetarget365 मुख्यमंत्री के गृह जिले जशपुर में पैंतीस की संख्या में हाथियों का दल गांवों में रहने वाले ग्रामीणों पर क़हर ढा रहा है। एक हफ्ते के भीतर लगभग 09 ग्रामीणों को हाथियों ने मौत के घाट उतार दिया। उक्त घटना पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी विधिविभाग के महामन्त्री एवं सरगुजा संभाग प्रभारी राजेश दुबे अधिवक्ता ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि साय सरकार के पास हाथियों से ग्रामीणों को सुरक्षा प्रदान करने के संबंध में कोई ठोस योजना नहीं है। सरकार ग्रामीणों को भगवान भरोसे छोड़ रखी है और मूकदर्शक बनी हुई है। जिस कारण ग्रामीण हाथियों के द्वारा मारे जा रहे हैं। ग्रामीणों को हाथियों द्वारा मार दिये जाने पर अथवा घर तोड़ दिये जाने पर वन अमला द्वारा सिर्फ मुआवजा देकर खानापूर्ति किया जा रहा है और ग्रामीण इस बारिश के मौसम में आवास हीन हो रहे हैं और मचानों पर रहने के लिये विवश हैं।
राजेश दुबे ने सरगुजा जिले में भी हाथियों के एक दल के सक्रिय होने एवं ग्रामीणों द्वारा हाथियों से बचने हेतु मचान पर रात बिताने की सूचना पर चिंता व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन से ग्रामीणों की सुरक्षा हेतु हर संभव मदद करने की अपील की है। साथ ही जिला प्रशासन से यह अनुरोध किया है कि हाथी प्रभावित क्षेत्रों में वन अमला गाँवों में रात बिताये और ग्रामीणों को सुरक्षा प्रदान करने हेतु तैनात रहे।