प्रतापपुर (सूरजपुर)। बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सूरजपुर कलेक्टर रोहित व्यास के निर्देश, जिला पंचायत सीईओ कमलेश नंदनी साहू के मार्गदर्शन व जनपद पंचायत प्रतापपुर के सीईओ राधेश्याम मिर्झा की उपस्थिति में कार्यक्रम अधिकारी प्रेमसाय पैकरा, तकनीकी सहायक, सरपंच, सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व ग्रामीणों द्वारा ग्राम पंचायत सकलपुर में 8 लाख 74 हजार की लागत से निर्मित अमृत सरोवर के किनारे विभिन्न प्रकार के फल, फूल व छायादार पौधे रोपित किए गए।
इस दौरान सीईओ राधेश्याम मिर्झा ने उपस्थित सभी लोगों को पर्यावरण की रक्षा करने का संकल्प दिलाते हुए कहा कि पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए वृक्षों का संरक्षण करना अति आवश्यक है क्योंकि वृक्ष मनुष्य के लिए संजीवनी का कार्य करते हैं। वृक्षों के बगैर श्वास लेना भी मुश्किल है। इसलिए सभी लोगों को अधिक से अधिक मात्रा में पौधारोपण का कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जो पौधे हम रोपित कर रहे हैं कल के दिन जब यही पौधे वृक्ष बन जाएंगे तो पर्यावरण के लिए वरदान साबित होंगे। चर्चा के दौरान सीईओ मिर्झा ने अमृत सरोवर के संबंध में बताया कि मनरेगा योजना के तहत जनपद पंचायत प्रतापपुर की ग्राम पंचायतों में अब तक 26 अमृत सरोवरों का कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा क्षेत्र की कुछ और ग्राम पंचायतों में भी अमृत सरोवरों के कार्य प्रगति पर हैं जिन्हें जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी अमृत सरोवरों के किनारे छायादार व फलदार पौधे रोपित किए गए हैं जिनमें बरगद, पीपल, नीम, कटहल, जामून, आम, कदम व बकायन के साथ ही फूलदार पौधे भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि संबंधित ग्राम पंचायतों को रोपित किए गए फल व छायादार पौधों के वृक्ष बनने तक उनकी पूरी गंभीरता से देखभाल करने के निर्देश दिए गए हैं।
निर्माणाधीन अमृत सरोवर का किया निरीक्षण
सकलपुर के अमृत सरोवर में पौधारोपण करने पश्चात जनपद पंचायत प्रतापपुर के सीईओ राधेश्याम मिर्झा ने क्षेत्र की ग्राम पंचायत श्यामनगर में मनरेगा योजना के तहत 1 एकड़ (0.4 हेक्टेयर) के क्षेत्र में 12 लाख 9 हजार की लागत व 10 हजार घन मीटर की जल धारण क्षमता वाले निर्माणाधीन अमृत सरोवर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद कार्यक्रम अधिकारी प्रेमसाय पैकरा, तकनीकी सहायक, सरपंच व सचिव को अमृत सरोवर के कार्य के संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि अमृत सरोवर के कार्य को ज्यादा से ज्यादा मनरेगा मजदूर लगाकर जल्द पूर्ण करें तथा अमृत सरोवर का कार्य कराने में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखें इस कार्य में कोई भी लापरवाही न बरतें। बता दें कि भू-जल के गिरते स्तर को देखते हुए केंद्र सरकार की अमृत सरोवर योजना के तहत सूरजपुर जिले की सभी जनपद पंचायतों को मिलाकर कुल 75 अमृत सरोवरों का निर्माण होना है। जिनमें वर्षा जल के संरक्षण के साथ ही भू-जल स्तर को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।