अंबिकापुर @thetarget365 शहर के गांधीनगर थाना क्षेत्र के शीतलापारा डिगमा में स्थित गणपति यूपीव्हीसी डोर एण्ड विण्डो फैक्ट्री के संचालक ने फैक्ट्री के मैनेजर द्वारा 14 लाख 52 हजार 242 रुपये गबन करने का रिपोर्ट थाने में दर्ज कराया है। फैक्ट्री संचालक ने पुलिस को बताया है कि 01 जुलाई 2023 से 31 अक्टूबर 2023 के बीच फैक्ट्री के मैनेजर द्वारा उनकी अनुपस्थिति में ग्राहकों का काम कराया गया और इनसे रुपये लेकर गबन किया गया है। रिपोर्ट पर पुलिस केस दर्ज कर अग्रिम जांच, कार्रवाई कर रही है।
जानकारी अनुसार अमर अग्रवाल पिता द्वारिका प्रसाद अग्रवाल ने पुलिस को बताया है कि उनके द्वारा शीतलापारा डिगमा में गणपति यूपीव्हीसी डोर एण्ड विण्डो नाम से फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है। यहां कोरिया जिला के बैकुंठपुर निवासी राजेश गुप्ता पिता राजीव गुप्ता मैनेजर बतौर कार्य करता था। मैनेजर ही काम का देख-रेख, रकम कलेक्शन, आर्डर व सप्लाई का काम संभालता था। आर्डर के अनुसार सामान भेजने, रॉ-मटेरियल क्रय करने, रुपये कलेक्शन व फैक्ट्री का पूरा हिसाब-किताब उसके जिम्मे था, जिस कारण उन्होंने उसे किराए का रूम और घरेलू आवश्यकता का सामान भी दिलवा दिया था। इसके बाद नियमित रूप से वह रॉ-मटेरियल और मजदूरों का पेमेंट करने लगा। अपना वेतन हर माह लेने के बाद वह उन्हें हिसाब दे देता था। उनके बाहर रहने के स्थिति में फैक्ट्री की पूरी जिम्मेदारी मैनेजर राजेश पर रहती थी।
ईमानदारी से काम करने के कारण वे कहीं भी नि:संकोच धार्मिक यात्रा या अन्य काम से आना-जाना करने लगे थे। बाहर जाने के दौरान व्यापार के विषय में जब वे पूछताछ किए तो थोड़ा-बहुत कलेक्शन का रुपये जमा होने और धंधा मंदा चलने की जानकारी उसके द्वारा दी गई थी। उसकी बात पर विश्वास करके उन्होंने कभी आवक-जावक का रिकार्ड चेक नहीं किया।
सितम्बर 2023 में बिहार से धार्मिक यात्रा करके आने के बाद वे विश्रामपुर में भागवत पुराण का आयोजन किए थे। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद 19 अक्टूबर को जब वापस आए तो उन्हें राधेश्याम होटल अंबिकापुर के मालिक सेठ बसंतलाल मार्ग के घर में लगाए गए दरवाजे में शिकायत संबंधी जानकारी मिली। पूछताछ करने पर पता चला कि उनकी अनुपस्थिति में सितंबर माह में मैनेजर ने दरवाजा लगवाया था, जिसकी कीमत 14 हजार 500 रुपये है। इसका हिसाब मैनेजर उन्हें नहीं दिया था। पूछने पर वह गोल-मोल जवाब देने लगा। इसके बाद 01 नवम्बर 2023 से वह फैक्ट्री में काम करना बंद कर दिया और बात होने पर बैंगलौर जाना बताया।
फैक्ट्री संचालक लाखों रुपये गबन से अनजान था। जब उन्होंने हिसाब-किताब चेक किया तो पता चला कि मैनेजर राजेश फैक्ट्री में काम करने वाले मिस्त्री ब्रजेश यादव निवासी उत्तर प्रदेश एवं वाड्रफनगर के अनिल कुमार के साथ मिलकर फैक्ट्री के पीछे रखे लगभग एक लाख रुपये का स्क्रेब कबाड़ी को बेच दिया है। इस दौरान सीसीटीवी कैमरा जिसे संचालक अपने मोबाइल से कमांड करते थे, उसको डिसकनेक्ट कर दिया था। बाद में यह भी पता चला कि मैनेजर राजेश अपने साथ अनिल और ब्रजेश यादव को बैकुंठपुर ले गया है और गबन किए गए रुपये से अपना दुकान संचालित कर रहा है।