★ चारा काटने वाले गड़ासे से की हत्या, साक्ष्य छुपाने कुंआ में डाला शव
अंबिकापुर (thetarget365)। रामानुजगंज अंतर्गत रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत चेर में चरित्र शंका पर ससुर ने की अपनी बहू की हत्या, साक्ष्य छुपाने में शामिल सास सहित पति और देवर गिरफ्तार। नवविवाहिता की हत्या के मामले में मायके वालों ने दहेज प्रताड़ना का शक जाहिर कर हत्या का आरोप लगाया था। मामले में डिंडो पुलिस ने सभी आरोपियों को धारा 302, 201, 34 के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी अनुसार, पुलिस चौकी डिण्डों में 15 मई को जयप्रकाश यादव पिता स्व. रघुबीर यादव 42 वर्ष ग्राम चेरा (बरूनपारा) ने आकर सूचना दी कि उसके बड़े लडके आशीष यादव की शादी ग्राम लवाही थाना डंडई जिला गढवा झारखण्ड निवासी राजेन्द्र यादव की लड़की पूजा यादव 22 वर्ष के साथ सामाजिक रीतिरिवाज 02 मई 2023 को हुई थी। नवविवाहिता बहू 14 मई मंगलवार को रात में अपने कमरे से गायब थी, सुबह 06 बजे पता चला कि उसकी लाश घर के पीछे रामजीत यादव के खेत में बने पक्का कुंआ में मिली है। नवविवाहिता की मौत की खबर पर पहुंचे मायके वालों ने दहेज प्रताड़ना कर हत्या किए जाने का आरोप लगा था। गांव में विवाद की स्थिति को देखते हुए पुलिस का अतिरिक्त बल भी लगाया गया था। सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू किया। पुलिस जांच में पता चला कि मृतिका पूजा यादव का ससुर जयप्रकाश यादव गांव के सरपंच पति के घर से मंगलवार की रात करीब 11 बजे जन्मदिन पार्टी में शामिल होकर घर वापस लौटा। उसी वक्त उसकी नवविवाहिता बहू पूजा यादव मोबाईल से कहीं बात कर रही थी तो उसे शंका हुआ कि उसकी बहू किसी लडके से बात कर रही है। इसी बात से नाराज होकर उसके चरित्र पर शंका करते हुए घर में रखे पशुओं के चारा काटने वाले गड़ासा से सुसर जयप्रकाश यादव ने बहू पूजा यादव के सिर में मारकर हत्या कर दिया। हत्या के बाद सबूत को मिटाने के लिए अपने लड़के आशीष यादव 22 वर्ष व पत्नी रीता यादव 42 वर्ष तथा संझला नाबालिक लड़के के साथ मिलकर रात में ही अपनी बहू पूजा यादव के लाश को अपने घर के पीछे रामजीत यादव के कुंआ में डाल दिये थे। विवेचना व शार्ट पीएम रिपोर्ट के आधार पर सभी आरोपियों को धारा 302, 201, 34 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी जयप्रकाश यादव बताए अनुसार घटना में प्रयुक्त पशुओ के लिए चारा काटने वाला एक लोहे गड़ासा व आरोपियों का खून से सना कपड़ा बरामद कर लिया गया है। प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी त्रिकुण्डा रामनगीना यादव, चौकी प्रभारी डिण्डो निर्मल प्रसाद राजवाडे, सहायक उपनिरीक्षक मरियानुस खालखो, सहायक उपनिरीक्षक नरेन्द्र तिवारी, प्रधान आरक्षक प्रधेश पैकरा, आरक्षक विजय गुप्ता, रूपेन्द्र पटेल, शिवभजन पोर्ते, तेजूराम, संजीव भगत, विजेन्द्र भगत, डीएसएफ नन्दलाल गोस्वामी, नरेन्द्र सिंह का सराहनीय योगदान रहा।