अंबिकापुर @thetarget365 मेडिकल कालेज अस्पताल से बीती रात एक महिला बंदी प्रसव के बाद अपने बच्चे को लेकर फरार हो गई। महिला बंदी को सेंट्रल जेल से प्रसव के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बच्चा कमजोर था। इसलिए डॉक्टरों ने बच्चे को एसएनसीयू में भर्ती कराया था। इससे बंदी पूजा गुप्ता को भी प्रसव के बाद अस्पताल के महिला जेल वार्ड में रखा गया था। बच्चे की हालत सामान्य होने पर सोमवार की शाम को ही डॉक्टरों ने बच्चे को मां (महिला बंदी पूजा) को सौप दिया था। इसके बाद ही वह रात में ड्यूटी पर रही महिला सुरक्षा कर्मी को चकमा देकर फरार हो गई। सुरक्षा कर्मियों को इसके बारे में सुबह पता चला तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने पहले अपने स्तर पर तलाश की लेकिन जब पता नही चला तो पुलिस में रिपोर्ट की।
प्रसव के लिए 23 अगस्त से थी भर्ती
पूजा गर्भवती थी और प्रसव के लिए जेल प्रबंधन ने उसे 23 अगस्त को मेडिकल कालेज।अस्पताल में भर्ती कराया था। बताया गया है कि उसे 08 माह का ही गर्भ था। परेशानी होने से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां हालत सामान्य नही होने से 24 अगस्त को उसका ऑपरेशन से प्रसव हुआ। 8 माह का नवजात होने से वह कमजोर था। बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इसलिए बच्चे को डॉक्टरों ने एसएनसीयू में रखा था।
एनडीपीएस मामले में थी बंद पूजा गुप्ता
फरार बंदी पूजा गुप्ता बलरामपुर जिले के रामानुजगंज आरागाही की रहने वाली थी। एनडीपीएस के मामले में रामानुजगंज पुलिस ने उसे फरवरी में पकड़ा था। गर्भवती होने के कारण उसे रामानुजगंज उपजेल से सेंट्रल जेल अंबिकापुर में फरवरी में ही शिफ्ट कर दिया गया था। तब से वह सेंट्रल जेल में बंद थी और उसका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा था।
ड्यूडी में रही महिला सुरक्षाकर्मी निलंबित
जेल अधीक्षक योगेश क्षत्रिय ने बताया की मामले में ड्यूटी में रही महिला सुरक्षा कर्मी को निलंबित कर दिया गया है। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है।