@thetarget365 : बुधवार को देश भर में नागरिक अभ्यास आयोजित किए जाएंगे, ताकि आम नागरिकों को इस बारे में शिक्षित किया जा सके कि युद्धकालीन स्थिति में क्या किया जा सकता है और क्या नहीं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि यह अभ्यास देश के 27 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 259 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। सूची में पश्चिम बंगाल के 31 स्थान भी शामिल हैं। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद यह देश भर में आयोजित होने वाला पहला नागरिक अभ्यास है।
देश के सभी राज्यों को भेजे गए निर्देशों में मूलतः हवाई हमले की स्थिति में क्या कदम उठाए जाएं, इस बारे में विस्तृत निर्देश दिए गए हैं। राज्यों को भेजे गए संदेश में कहा गया है कि अगले बुधवार को होने वाले अभ्यास के दौरान यह जांचना आवश्यक होगा कि हवाई हमले के दौरान चेतावनी सायरन प्रणाली सक्रिय है या नहीं। इसके अलावा, रात में हमले की स्थिति में लड़ाकू विमान की खबर मिलते ही दुश्मन वायुसेना को भ्रमित करने के लिए अचानक सभी लाइटें बंद करने और ‘क्रैश ब्लैकआउट’ पैदा करने का अभ्यास करने को भी कहा गया है।
इसके अलावा, भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के तनाव के मद्देनजर, मोदी सरकार ने राज्यों को संभावित हमलों से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए महत्वपूर्ण इमारतों, पुलों, तेल डिपो, रेलवे स्टेशनों या हवाई अड्डों जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को ढंकने या छुपाने के लिए पहले से तैयारी करने का निर्देश दिया है।
इसके अलावा, राज्यों को नागरिकों और छात्रों को नागरिक सुरक्षा प्रोटोकॉल पर प्रशिक्षित करने तथा विशिष्ट योजनाएं बनाने और उनका अभ्यास करने के लिए भी कहा गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमले या आपातकाल की स्थिति में नागरिक यथाशीघ्र सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकें। इसके लिए जिलाधिकारियों, नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और होमगार्डों के साथ-साथ स्कूल और कॉलेज के छात्रों को प्रशिक्षित करने पर चर्चा की गई है।