अंबिकापुर @thetarget365 सरगुजा वन मंडल की टीम ने अवैध वन्यजीव तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से बाघ की खाल, नाखून और हड्डियां बरामद की गई हैं। वन विभाग ने सभी बरामद सामग्रियों को जांच के लिए देहरादून लैब भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। गिरफ्तार आरोपियों में एक सरगुजा और दूसरा रायगढ़ जिले का निवासी है।
मुखबिर की सूचना पर की गई कार्रवाई
वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मैनपाट क्षेत्र में जंगली जानवरों का अवैध शिकार कर उनकी खाल बेची जा रही है। वन मंडलाधिकारी टी. शेखर ने इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने आरोपियों से संपर्क करने के लिए खुद को खाल के खरीदार के रूप में पेश किया।
27 दिसंबर 2024 को ग्राम रजपुरीकला में तय योजना के तहत आरोपियों ने खाल, नाखून और हड्डियों का प्रदर्शन किया। इसी दौरान वन विभाग की टीम ने दोनों आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपियों में रंगीनी साय, निवासी ग्राम बेलदगी, लखनपुर जिला सरगुजा, और पोर्ते शिकारी, निवासी ग्राम हीरापुर पत्थलगांव जिला रायगढ़ शामिल हैं।
तस्करी के लिए जड़ी-बूटी बेचने का लिया सहारा
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी जंगली जड़ी-बूटियों का व्यापार करने के बहाने वन्यजीवों की खाल और अन्य अंगों की तस्करी करते थे। इस वजह से वे लंबे समय तक संदिग्ध गतिविधियों से बचते रहे। लेकिन मुखबिरों की मदद और सटीक योजना के तहत उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि बरामद खाल और अन्य सामग्री उड़ीसा से लाई गई है।