अंबिकापुर @thetarget365 संत हरकेवल बीएड कॉलेज के प्रिंसिपल ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए। खुद को इग्नू का प्रोफेसर बताने वाले एक व्यक्ति ने पीएचडी और डीएलएड की डिग्री दिलाने के नाम पर उनसे 2 लाख 7 हजार रुपये ऐंठ लिए। यह रकम रजिस्ट्रेशन और अन्य शुल्क के नाम पर ली गई। जब आरोपी ने फोन उठाना बंद कर दिया, तब प्रिंसिपल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामले में गांधीनगर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
कैसे हुई ठगी?
प्रिंसिपल अंजन सिंह ने शिकायत में बताया कि दो-तीन साल पहले खुद को इग्नू का प्रोफेसर बताने वाले प्रो. पीपी शर्मा से उनकी बातचीत हुई थी। आरोपी ने बताया कि इग्नू पत्राचार के जरिए पीएचडी और डीएलएड कोर्स कराता है, जो पूरी तरह मान्य हैं।
जनवरी 2024 में आरोपी ने प्रिंसिपल और उनकी पत्नी अनिता सिंह से व्हाट्सऐप पर दस्तावेज मंगवाए और उनके रजिस्ट्रेशन की पुष्टि की। उसने पीएचडी के लिए 89 हजार और डीएलएड के लिए 30 हजार रुपये फीस बताई। अंजन सिंह ने 8 जनवरी 2024 को अपने स्टाफ आनंद कुमार के गूगल पे अकाउंट से यह रकम आरोपी के खाते में ट्रांसफर कर दी। कुछ दिनों बाद, आरोपी ने और पैसे की मांग की। इस पर प्रिंसिपल ने 88,400 रुपये और भेज दिए।
शंका होने पर हुआ खुलासा
प्रिंसिपल के अनुसार, आरोपी ने कहा था कि 18 अप्रैल 2024 तक उनका रजिस्ट्रेशन और डाक्यूमेंट प्रोसेसिंग पूरी हो जाएगी। जब 21 अप्रैल को अंजन सिंह ने जानकारी मांगी, तो आरोपी ने 25 हजार रुपये और मांगते हुए कहा कि वाइस चांसलर फीस नहीं देने के कारण मामला रद्द हो गया है। इस अतिरिक्त रकम की मांग पर प्रिंसिपल को ठगी का एहसास हुआ। बाद में आरोपी ने फोन उठाना बंद कर दिया और कॉल फॉरवर्ड कर दिए। प्रिंसिपल की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।