@Thetarget365 : अब छत्तीसगढ़ के गांवों में विकास की गति नई दिशा में आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सुविधा योजना के तहत अब उन इलाकों में भी सरकारी बसें पहुंचने लगी हैं, जी हां, मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सुविधा योजना के तहत सरकार ने उन दूरदराज के गांवों में भी सरकारी बस सेवाएं शुरू कर दी हैं जहां सड़कें तो थीं लेकिन बस का इंतजार करने में काफी समय लगता था। इस परियोजना से किसानों को अपनी उपज को बाजार तक ले जाने में, काम की तलाश में लगे श्रमिकों को, स्कूल-कॉलेजों में आने-जाने वाले विद्यार्थियों को तथा तहसील और जिला मुख्यालयों तक आने-जाने वाले छोटे व्यापारियों को बड़ी राहत मिलेगी।
प्रथम चरण में बस्तर एवं सरगुजा संभाग में 71 नये ग्रामीण मार्गों पर 100 बसें संचालित होंगी। बस्तर में 55 मार्गों और सरगुजा में 16 मार्गों का चयन किया गया है, जो दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से लेकर जशपुर, बलरामपुर तक फैले हुए हैं। ये बसें न केवल यात्रा को आसान बनाएंगी बल्कि ग्रामीणों को शहरों से जोड़कर उनके आर्थिक और सामाजिक जीवन को नई दिशा भी देंगी।
किराये पर छूट, मुफ्त यात्रा उपहार
इस परियोजना का सबसे बड़ा लाभ किराये में छूट है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के यात्रियों को आधा किराया देना होगा। अंधे, मानसिक रूप से विकलांग, 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों और एड्स रोगियों के लिए यात्रा पूरी तरह निःशुल्क होगी। यह कदम ग्रामीणों, विशेषकर कमजोर वर्ग के लोगों के लिए वरदान साबित होगा।
बस ऑपरेटरों के लिए प्रोत्साहन
बस ऑपरेटरों को प्रति किलोमीटर 26 रुपये की सब्सिडी तथा पहले तीन वर्षों तक मासिक कर में छूट दी जाएगी। 25 करोड़ रुपये के बजट से शुरू हुई इस परियोजना के तहत पहले वर्ष 26 रुपये प्रति किलोमीटर, दूसरे वर्ष 24 रुपये प्रति किलोमीटर तथा तीसरे वर्ष 22 रुपये प्रति किलोमीटर की सब्सिडी दी जाएगी। परिणामस्वरूप, बस सेवा लम्बे समय तक चल सकेगी और आत्मनिर्भर बन सकेगी। निविदा प्रक्रिया में स्थानीय अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, महिलाओं और नक्सल प्रभावित व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
गांव वालों के लिए इसका क्या मतलब है?
यह परियोजना सिर्फ एक बस सेवा नहीं बल्कि ग्रामीणों के सपनों को पंख देने का एक माध्यम है। अब गांव में गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचने में आसानी होगी, बच्चे बिना किसी बाधा के पढ़ाई कर पाएंगे और किसानों को उनकी मेहनत का सही दाम मिल पाएगा। अब छत्तीसगढ़ के गांव न सिर्फ मानचित्र पर होंगे, बल्कि विकास की मुख्यधारा में भी शामिल होंगे। यह बस सेवा ग्रामीणों के लिए सुविधा, सम्मान और समृद्धि का नया मार्ग खोलेगी।