बलरामपुर (thetarget365)। बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ विकासखंड के कई गांव मौसमी बीमारियों के लिए अति संवेदनशील है। बारिश के सीजन में बीमारियों का खतरा और बढ़ जाता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम को कठिन भौगोलिक परिस्थितियों का सामना करते हुए दूरस्थ गांव तक जाना पड़ रहा है।
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शंकरगढ़ विकासखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भरतपुर में शिविर लगाने के लिए चिकित्सक सहित कर्मचारियों को नदी पार करना पड़ा। दरअसल भरतपुर मार्ग पर नदी स्थित है। सोमवार को क्षेत्र में बारिश हो रही थी इसलिए नदी का जल स्तर बढ़ा हुआ था। चिकित्सक सहित स्वास्थ्य कर्मचारी नदी के किनारे तक वाहन से तो पहुंच गए लेकिन नदी में पानी अधिक होने के कारण वाहन से पार कर पाना संभव नहीं था, इसलिए कर्मचारियों ने एक दूसरे का सहयोग करते हुए पैदल ही नदी पार किया। दूसरी ओर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचकर शिविर लगाकर ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की।
बताते चलें कि शंकरगढ़ विकासखंड को केंद्र सरकार द्वारा आकांक्षी ब्लॉक घोषित किया गया है इसलिए यहां ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही मोतियाबिंद मुक्त ब्लॉक बनाने का अभियान भी चल रहा है। मोतियाबिंद मुक्त कार्यक्रम और संपूर्णता अभियान के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भरतपुर में नेत्र शिविर एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर सभी ग्रामीणों का नेत्र जांच किया गया। मरीजों का बीपी, शुगर जांच कर आवश्यकता अनुसार मरीजों को निश्शुल्क दवा व उचित परामर्श दिया गया। मोतियाबिंद के मरीजों को आपरेशन के लिए प्रेरित किया गया। शिविर में 67 मरीजों की स्वास्थ्य जांच की गई। इसमें बीपी के पांच तथा शुगर के दो मरीज मिले। अन्य बीमारियों के भी मरीज सामने आए जिनका उपचार किया गया और दवाइयां भी दी गई मौसमी बीमारियों से बचाव के उपाय भी बताए गए। सबसे खास बात यह रही की चिकित्सा के साथ स्वास्थ्य कर्मचारियों को नदी पार कर जाना पड़ा ऐसी कठिन परिस्थितियों में स्वास्थ्य विभाग की टीम को अपने बीच पाकर ग्रामीण भी प्रसन्नचित नजर आए।
बीएमओ डा आफताब अंसारी, नेत्र सहायक अधिकारी दुर्गेश त्रिपाठी, बीपीएम इंद्रावती, सेक्टर सुपरवाइजर रामेश्वर कुशवाहा, संजय पांडेय, विलोकन टोप्पो के साथ स्थानीय स्वास्थ्य कर्मचारियों ने शिविर में अपना सहयोग दिया।