Heart Attack in Sleep: हाल के दिनों में हार्ट अटैक (Heart Attack) के मामले बहुत अधिक बढ़ गए हैं, और यह अब आम लोगों से लेकर नामी और फिट हस्तियों तक की मौत का एक प्रमुख कारण बन गया है। जहाँ अक्सर हार्ट अटैक के मामले चलते-फिरते या काम करते हुए लोगों के साथ देखने को मिलते हैं, वहीं यह सवाल अक्सर उठता है कि क्या हार्ट अटैक सोते समय (Heart Attack During Sleep) भी आ सकता है? और यदि हाँ, तो इसके क्या संकेत हो सकते हैं?
सीनियर कंसल्टेंट, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रतीक चौधरी का इस बारे में विस्तार से कहना है कि कुछ लोगों को नींद में भी हार्ट अटैक आ सकता है, इसलिए स्वास्थ्य पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है। डॉ. चौधरी नियमित रूप से लोगों के साथ स्वास्थ्य संबंधी वीडियो साझा करते रहते हैं।
Heart Attack in Sleep:सोते समय दिल पर दबाव होता है कम, इसलिए बढ़ता है खतरा
विशेषज्ञों के अनुसार, हार्ट अटैक किसी भी व्यक्ति को आ सकता है, लेकिन इसके मामले मोटापे के शिकार लोगों में ज्यादा देखने को मिलते हैं। शोध के मुताबिक, जब हम सो रहे होते हैं, तो हमारा दिल बहुत धीमी गति से काम करता है। इस दौरान हार्ट रेट और आरपीपी (रेट प्रेशर प्रोडक्ट) दोनों कम रहते हैं। धीमी गति से काम करने के कारण दिल पर दबाव कम होता है, लेकिन यही स्थिति कुछ लोगों में अचानक अटैक आने का खतरा बढ़ा देती है।
‘अर्ली मॉर्निंग’ में हार्ट अटैक का खतरा दोगुना
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अर्ली मॉर्निंग यानी सुबह होने के बाद के शुरुआती कुछ घंटों में भी हार्ट अटैक आने का खतरा अधिक रहता है। यदि आप सुबह होने के बाद भी कुछ देर सोते रहते हैं, तो शरीर में कैटिकोलामाइंस (Catecholamines) और कॉर्टिसोल (Cortisol) जैसे हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। इन हार्मोन्स के बढ़ने से ब्लड प्लेटलेट्स में क्लॉटिंग (Clotting) जमने का जोखिम बढ़ जाता है। इस क्लॉटिंग की वजह से धमनियों में रुकावट आ सकती है, जिसके कारण हार्ट अटैक आने का खतरा दोगुना बढ़ जाता है।
शरीर एक महीने पहले से देता है ये संकेत
हार्ट अटैक अक्सर अचानक नहीं आता, बल्कि शरीर इसके 1 महीने पहले से ही कुछ संकेत देना शुरू कर देता है, जिन पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है:
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सांस लेने में तकलीफ: यदि बिना किसी बड़ी वजह या कम मेहनत करने पर भी आपकी सांस ज्यादा फूलने लगी है, तो यह चिंता का विषय है। इसका एक कारण आपके फेफड़ों में तरल पदार्थ (Fluid) का जमा होना हो सकता है, जो दिल की समस्या की ओर इशारा करता है।
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बार-बार चक्कर आना: कई बार दिमाग को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है, जिसकी वजह से बार-बार चक्कर आने लगते हैं। यह भी एक संकेत हो सकता है कि आपके रक्त संचार (Blood Circulation) में कोई समस्या है, और आपको तुरंत अपनी हेल्थ पर ध्यान देने की ज़रूरत है।
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दिल की धड़कन प्रभावित होना: अचानक पसीना आना शुरू हो जाना और साथ ही दिल की धड़कन का ऊपर-नीचे होना— कभी धीमी तो कभी बहुत तेज धड़कना— गंभीर संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में आपको बिल्कुल भी देर नहीं करनी चाहिए और तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
हार्ट अटैक के सामान्य लक्षणों में सीने में दर्द होना, पसीना आना और उल्टी जैसा महसूस होना भी शामिल हैं। इन सभी संकेतों को नजरअंदाज करना जानलेवा हो सकता है।





