रायपुर @thetarget365 छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। हत्या के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के गंगालूर मार्ग पर अवैध कब्जे को हटाने के लिए बुलडोजर चलाया गया। सुरेश चंद्राकर ने सड़क निर्माण के नाम पर 5 एकड़ वन भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा था। मौके पर एसडीएम, राजस्व विभाग और वन विभाग के अधिकारी मौजूद हैं। प्रशासन का यह कदम पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद तेजी से हो रही जांच और कार्रवाई का हिस्सा है।
हत्या का खुलासा
शुक्रवार, 3 जनवरी 2025 को मुकेश चंद्राकर का शव ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया। पत्रकार 1 जनवरी से लापता थे। उनके परिजनों और पत्रकारों ने उनकी गुमशुदगी की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज करवाई थी।
हत्या के पीछे ठेकेदार सुरेश चंद्राकर पर भ्रष्टाचार उजागर होने का शक जताया जा रहा है। मुकेश चंद्राकर ने मिरतुर इलाके में एक सड़क निर्माण से जुड़ी खबर पर काम किया था, जिसके बाद सरकार ने जांच बैठाई और कार्रवाई की थी।
परिजनों ने जताया था संदेह
मुकेश के बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने बताया कि उन्हें ठेकेदार सुरेश चंद्राकर पर संदेह था। उन्होंने पुलिस से इस एंगल से जांच करने की अपील की थी। बीजापुर एसपी ने घटना की जांच के लिए विशेष टीम गठित की थी। टीम का नेतृत्व बीजापुर एएसपी युगलैंडन यार्क और कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा कर रहे थे। बस्तर आईजी पी. सुंदरराज ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि पुलिस मुकेश चंद्राकर की गुमशुदगी के बाद से ही हर संभव प्रयास कर रही थी।
स्वस्फूर्त शहर बंद और चक्काजाम
शनिवार को सुबह मुकेश चंद्राकर की हत्या के विरोध में बीजापुर के पत्रकारों और नागरिकों ने स्वस्फूर्त शहर बंद कर चक्काजाम कर दिया है। पत्रकारों की मांग है कि हत्याकांड में शामिल सभी हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
मुकेश चंद्राकर बीजापुर के एक साहसी पत्रकार थे। उन्होंने कई भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर किया था। उनकी रिपोर्ट के बाद ठेकेदारों और प्रशासनिक अधिकारियों में खलबली मच जाती थी। उनकी हत्या ने पूरे पत्रकार समुदाय और प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना के बाद पत्रकार संगठनों और आम जनता ने न्याय की मांग की है।