Kinnaur Cloudburst : हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में लगातार हो रही भारी बारिश और किन्नर कैलाश पर्वत श्रृंखला में बादल फटने की घटना ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। जिले के कामरु, रिब्बा और तांगलिंग नालों में अचानक आई तेज बाढ़ के चलते कई स्थानों पर भूस्खलन और भूमि कटाव हुआ है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने प्रसिद्ध किन्नर कैलाश यात्रा को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया है।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, सोमवार दोपहर करीब 12 बजे कामरु गांव के पास अचानक नाले में बाढ़ आ गई, जिससे आसपास का क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ। वहीं रिब्बा नाले में आई बाढ़ के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग-5 (NH-5) पूरी तरह बंद हो गया है, जिससे आवागमन ठप हो गया है।
बाढ़ की वजह से नाले के किनारे स्थित सेब के बागानों और खेती की जमीन को भारी नुकसान पहुंचा है। रिब्बा गांव के ग्रामीणों को सतर्क करते हुए नाले से दूर रहने की हिदायत दी गई है। प्रशासन ने क्षेत्र में गाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगाई है और स्थानीय निवासियों को ऊंचाई वाले सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
यात्रा पर लगी रोक, पुल बहे
तांगलिंग खड्ड में आई बाढ़ के चलते वहां बने दो लकड़ी के पुल बह गए हैं, जिससे रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है। गणेश पार्क और तांगलिंग में रुके यात्रियों को वहीं रोक दिया गया है और किसी को भी आगे यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है ताकि कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति यात्रा न कर सके।
प्रशासन ने कहा है कि जब तक मौसम सामान्य नहीं होता और रास्तों की मरम्मत नहीं होती, तब तक यात्रा पर रोक बनी रहेगी। पंचायत और प्रशासन की टीमें स्थिति सामान्य होने के बाद नुकसान का आंकलन करेंगी।
पहाड़ी इलाकों में अलर्ट
किन्नौर के सांगला, कल्पा और निचार जैसे क्षेत्रों में भी लगातार मूसलधार बारिश जारी है। कई स्थानों पर पहाड़ियों से पत्थर गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। सड़कों की हालत खतरनाक बनी हुई है, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने लोगों से बिना जरूरी काम के यात्रा न करने की अपील की है।
प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ट्रैकिंग और अन्य साहसिक गतिविधियों से फिलहाल दूरी बनाए रखने को कहा है। बाढ़ संभावित क्षेत्रों में प्रशासन निगरानी बनाए हुए है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।
जानमाल का नुकसान नहीं
अब तक किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है, जो राहत की बात है। हालांकि, बाढ़ और भूस्खलन से नुकसान का पूरा आकलन बाद में किया जाएगा। प्रशासन लगातार हालात पर नजर रखे हुए है और सभी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है।
किन्नौर में मौजूदा मौसम हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हैं। प्रशासन सतर्क है और लोगों से सहयोग व धैर्य बनाए रखने की अपील की जा रही है। जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती, यात्रा और अन्य गतिविधियों से बचना ही समझदारी होगी।
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