अंबिकापुर (thetarget365)। मौसम में आज दोपहर अचानक आए बदलाव से चल रही तेज आंधी और हवाओं से शहर के कई हिस्सों की बिजली व्यवस्था चौपट हो गई। करीब 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा की वजह से शहर के अलग-अलग हिस्सों में दर्जन भर पेड़ गिर गए और कई जगहों पर डंगाल टूटने से विद्युत सप्लाई लाइन में फाल्ट आ गया। सप्ताह भर में दूसरी बार खराब मौसम के कारण आम और लीची के फलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
आंधी-तूफान से शहर की बिजली व्यवस्था को बहाल करने के लिए विद्युत विभाग के अतिरिक्त अमले को लगाया गया लेकिन देर शाम तक शहर के आधे से ज्यादा इलाके में बिजली व्यवस्था प्रभावित रही। मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी छत्तीसगढ़ में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति बनी हुई है। यही कारण रहा कि तेज हवा ने बवंडर का रूप ले लिया और करीब आधे घंटे तक शहर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलती रही। उत्तरी छत्तीसगढ़ में पश्चिमी विक्षोभ के असर से रविवार दोपहर बाद तेज धूलभरी हवा ने पूरे शहर को ढंक लिया। इससे शहर में आवागमन प्रभावित हो गया। इसका सबसे ज्यादा असर बिजली व्यवस्था पर पड़ा। इन स्थानों पर पेड़ व डंगाल टूटी-विद्युत विभाग के अनुसार तेज हवा के कारण शहर के डीसी रोड इलाके में सर्वाधिक चार स्थानों पर डंगाल के टूटने व विद्युत लाइन में सटने से बिजली व्यवस्था में व्यवधान आया। इसकी वजह से जगह-जगह एलटी लाइन व ट्रांसफार्मर में फाल्ट आ गया। घरों में बिजली बंद होने की सूचना विभाग के शिकायत केंद्र में पहुंचने लगी।
जानकारी के अनुसार दर्जनों शिकायत उपभोक्ताओं द्वारा शिकायत केंद्र में दर्ज कराई गई हैं जिन्हें सुधारने में विद्युत अमला जुटा है। जानकारी के अनुसार तेज हवा के कारण कमिश्नर बंगला के पास एक पेड़ बिजली लाइन में गिर गई। नवागढ़ के आलमबाग क्षेत्र में पेड़ का आधा हिस्सा टूटकर गिर गया। यही स्थिति तुर्रापानी इलाके में भी रही। गुदरी चौक में पेड़ की ऊपरी शाखाएं विद्युत लाइन में सट गई। रामानुजगंज रोड में संजय पार्क के पास भी बांस की ऊपरी शाखाएं बिजली लाइन में छूने लगी। गुदरी बाजार के भीतर पीपल पेड़ की शाखाएं सप्लाई लाइन से सट गई। पेड़ों व डंगाल के टूटने से कुछ स्थानों पर विद्युत खंभा व तार टूटकर क्षतिग्रस्त हो गया है। शहर के डिगमा, तुर्रापानी, कमिश्नर बंगला के पास खंभा टूट गया है। इन खराबियों को दूर करने में विद्युत विभाग के कर्मचारियों को भारी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि शाम पांच बजे के आसपास शहर के कुछ इलाकों में बिजली व्यवस्था बहाल कर दी गई लेकिन अधिकांश इलाकों में बिजली सप्लाई बाधित रही। पेट्रोलिंग टीम जगह-जगह बिजली लाइन में आई खराबी को दूर करने में जुटी है।
मौसम विज्ञानी एएम भट्ट के अनुसार देश के मध्य व पूर्वी इलाके में विक्षोभ के प्रभाव से जगह-जगह चक्रवात बना हुआ है। इससे बड़े क्षेत्र में चक्रवाती परिसंचरण प्रभावी है। इसका प्रभाव उत्तरी छत्तीसगढ़ में भी बना हुआ है। रविवार दाेपहर इलाके में चली तेज हवा इसी का असर है। आने वाले दो दिन बाद विक्षोभ का असर कमजोर पड़ने से लोगों को खराब मौसम से राहत मिलने की उम्मीद है। इस दौरान तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी।