अंबिकापुर (thetarget365)। प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में 75 पार का नारा छत्तीसगढ़ में दिया था। छत्तीसगढ़ और हमने देखा कि अंजाम क्या हुआ। मतदाताओं के बीच अपनी मंशा को पहले से इस तरह से प्रचारित करना फिर मार्केटिंग करना, मार्केटिंग भी ऐसा करना कि उस प्रोडक्ट के ऊपर लोगों का विश्वास भी न बने। जब यहां 75 पार नहीं हो सकता था तो वही 400 पार भी नहीं होगा।
पूर्व डिप्टी सीएम सिंह देव ने राधिका खेड़ा को लेकर कहा कि मैं ये जरूर कह सकता हूँ कि सुशील शुक्ला ऐसे व्यक्ति नही है जैसा प्रचारित किया जा रहा है, और मैने अपने तरफ से कई स्रोतो से जानकारी लेने की पहल की। यही बात सामने आई कि एआईसीसी दिल्ली मीडिया प्रमुख जो है उनका कार्यक्रम था और उस कार्यक्रम के संदर्भ में उन्होंने किसी को डायरेक्टली बिना प्रदेश के पदाधिकारियों को बताए सीधे मीडियाकारियों को जानकारी दी। सीधे जाकर सारे मीडिया हाउस में टाइम फिक्स कर लिया, तो यह उचित नहीं है। उस बात को लेकर एक माहौल बनाने का प्रयास किया गया।
देश में हो रहे चुनाव को लेकर सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस के लिए सुधार की स्थिति है। किसे कितनी सीट मिलेगी पता नहीं चलता। मतदाता भी खामोश रहता है। अटकलें लगाई जाती है कि वोटिंग कम हो रही है तो क्या होगा ? मतदाता चुप है तो क्या करेगा ? पता नहीं चलता आजकल समझ में नहीं आता है। लेकिन एक बात स्पष्ट कहा जा सकता कि देशभर में कहीं भी लहर नही है। जिस तरह से 2014 और 2019 में लहर देखने को मिला था। छत्तीसगढ़ में 11 सीट में से 8 सीटों में अच्छी स्थिति होगी लेकिन 3 सीटों में टक्कर का मुकाबला देखने को मिलेगा।
पूर्व डिप्टी सीएम ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव आयोग को इतना फैला हुआ नहीं होना चाहिए। 7 चरणों में चुनाव कराने का औचित्य नहीं है। अन्य राज्यों की बात करें तो तमिलनाडु में 39 से 40 सीटे हैं। जहां एक साथ चुनाव किए जा रहे हैं तो वहीं अन्य राज्यों में 7 चरणों में चुनाव हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ की बात करें तो 11 लोकसभा सीटे हैं। जिसमें एक साथ चुनाव आयोग चुनाव करवा सकता है। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि बस्तर में ही उन्हें दो चरणों में चुनाव करवाना पड़ रहा है। तो इससे साफ जाहिर होता है कि अनफेयर तरीके से प्रचार करने का मौका अन्य दलों को दिया जा रहा है।ल
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि एलेक्ट्रोरल बॉन्ड की सच्चाई सामने आने के बाद भाजपा के पास अब कुछ रह नहीं गया है बोलने के लिए। पूर्व डिप्टी सीएम ने लक्स साबुन का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरीके से साबुन बेचने के लिए गोरे होने का प्रचार किया जाता है। उसी तरीके से प्रधानमंत्री भी मीडिया का उपयोग दुरुपयोग के स्तर तक कर रहे है। अपनी मार्केटिंग ऐसी करो कि कुछ भी बेच दो। ये सब रुकना चाहिए।