■ दहशत के साए में रहने को मजबूर हुये डॉक्टर एवं नर्स, पुलिस जांच में जुटी
उदयपुर (सरगुजा)। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उदयपुर परिसर स्थित ट्रांजिट हॉस्टल उदयपुर में एक ही रात में 6 क्वाटर के ताले तोड़कर अज्ञात चोरों ने नगद रूपयों, पर्स, राशन का सामान, मिक्सर इत्यादि सहित जेवरों की चोरी करके ले गये। घटना की सूचना पर उदयपुर पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार चोरी का मामला शनिवार की रात का है। घटना स्थल स्वास्थ्य विभाग के ट्रांजिट हॉस्टल उदयपुर में ग्राउण्ड फ्लोर और प्रथम तल में कुल 12 कमरे है। 30 मार्च की रात को ग्राउण्ड फ्लोर मे रहने वाले हॉस्पीटल स्टॉफ कोई नाईट ड्यूटी पर था तो कोई ड्युटी ऑफ होने पर नगर से बाहर थे और कुछ नर्स ईस्टर पर्व मनाने अपने ट्रांजिट हॉस्टल के कमरों का ताला लगाकर अपने घर चली गई थी। सूने कमरों को अज्ञात चोरों ने रात में सलीके से खंगाला और जो मिला उसे लेकर चले गये। जिसके कमरे में कुछ नहीं मिला उसका सारा सामान बिखेर कर अज्ञात चोरों ने पूरा कमरा अस्त व्यस्त कर दिया।
पांच नम्बर कमरे में रहने वाली स्टॉफ नर्स व नर्सिंग इंचार्ज तृप्ति प्रधान के कमरे से चोरों ने 60 हजार नगद, तीन गले का हार सेट, दो चैन, 6 सोने की अंगुठी, चुड़ी छः नग, गले का चैन दो नग, चांदी का पायल 10 नग, कान का इयर रिंग 4 नग, मिक्सी तथा खाने का सामान लेकर चले गये। कमरा नम्बर तीन में रहने वाली रात सिस्टर पूजा सिंह का दो हजार नगद एक चांदी का कड़ा, कमरा नं. 06 की डॉ स्वाति कुर्रे का पांच हजार रूपये नगद तथा घर के अन्य समान, कमरा नं. 02 की डॉक्टर कांता सिंह का तीन हजार रूपये नगद घड़ी तथा घर के खाने पीने का सामान, कमरा नं. एक की नेहा टोप्पो का सोने की बाली, ग्यारह हजार रूपये नगद तथा घर का अन्य सामान, कमरा नं. 04 में डॉ. सोमेश शुक्ला के कमरे का ताला तोड़कर पूरे कमरे की तलाशी ली परंतु उनके कमरे में कुछ नहीं मिला। चोरों ने तरीके से सभी कमरों में चोरी के बाद बिस्किट मिक्चर जो मिला उसे बेड में बैठकर खाया पिया फिर आराम से निकल गये। प्रथम तल के एक कमरे में अस्पताल के लिपिक सोये हुये थे परंतु उन्हे घटना की जानकारी नहीं हुई।
चोरी के घटना की जानकारी पूजा सिंह के ट्रांजिट हॉस्टल में आने के बाद रविवार को सुबह मिला, सभी कमरों के तालों को टूटा देखकर तत्काल पूजा सिंह ने सभी को खबर दी जैसे ही चोरी की घटना की जानकारी मिली सब दौड़े भागे अपने अपने कमरों में जाकर देखे तो हक्के बक्के रह गये। तत्काल घटना की सूचना उदयपुर पुलिस को दी गई। बड़ी चोरी की सूचना पर पुलिस द्वारा डॉग स्क्वाड की मदद ली गई परंतु पुलिस को सफलता नहीं मिली है।
उदयपुर थाना प्रभारी कुमारी चन्द्राकर और सहायक उपनिरीक्षक दिलीप दुबे के नेतृत्व में पुलिस द्वारा घटना के दूसरे दिन सोमवार को घटना स्थल पहुंचकर सभी कमरों में रहने वाले नर्स और डॉक्टरों का बयान दर्ज किया है। उक्त चोरी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। तलाशी के दौरान एक सिस्टर का पर्स कचरे के ढेर में फेंका हुआ मिला है। जिसमें से एटीएम कार्ड गायब था।
इस घटना के बाद बीएमओ के रवैये से स्टॉफ नर्स एवं डॉक्टर काफी नाराज दिखे। चर्चा के दौरान दबी जुबान में नाम ना छापने की शर्त पर नर्स एवं डॉक्टर ने कहा हास्पीटल परिसर में इतनी बड़ी घटना हो गई जानकारी मिलने के बाद भी बीएमओ को रविवार को झांकने तक की फुर्सत नहीं मिली।