अंबिकापुर @thetarget365 महाशिवरात्रि पर्व 2025 के अवसर पर इस वर्ष भी श्री शिवशंकर कीर्तन मण्डली, केदारपुर द्वारा भगवान शिव जी की ऐतिहासिक बारात धूमधाम से निकालने की तैयारियां जोरों पर हैं। ज्ञात हो कि विगत 45 वर्षों से यह बारात प्रतिवर्ष शिव मंदिर, सहेली गली, केदारपुर से निकाली जाती रही है।
मण्डली के कार्यक्रम प्रभारी भोला नाथ विश्वकर्मा और संजय मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष बारात में बड़ी संख्या में भक्तों के शामिल होने की संभावना को देखते हुए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रहे, इसके लिए जिला पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ 24 फरवरी को बैठक आयोजित की गई। बैठक में बारात मार्ग से पुलिस प्रशासन को अवगत कराया गया और सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं।
प्रभारी द्वय ने बताया कि भगवान शिव की भव्य बारात महाशिवरात्रि के दिन, 26 फरवरी बुधवार को दोपहर 2:00 बजे शिव मंदिर, सहेली गली, प्रतापपुर नाका से ढोल-नगाड़ों और बम-पटाखों के साथ रवाना होगी। बारात मार्ग में विभिन्न स्थानों पर भूत-प्रेत, चुड़ैल, नाग, गंधर्व और किन्नरों द्वारा बारात का स्वागत किया जाएगा, जो इस धार्मिक आयोजन में आकर्षण का केंद्र होगा।
बारात पूर्व निर्धारित मार्ग से होते हुए गौरी मंदिर, पुलिस लाइन पहुंचेगी, जहां रात्रि में भगवान शिव और माता पार्वती का शुभ विवाह सम्पन्न होगा। अगले दिन 27 फरवरी, गुरुवार को सहेली गली, केदारपुर स्थित शिव मंदिर प्रांगण में आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया जाएगा। इसके पश्चात शाम 7:00 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन होगा, जिसमें सभी भक्तजन प्रसाद ग्रहण कर पुण्य के भागी बनेंगे। मण्डली के सदस्यों ने अधिक से अधिक श्रद्धालुओं से भगवान शिव की बारात में शामिल होकर आयोजन को सफल बनाने की अपील की है।
कलेक्टर ने किया महेशपुर एवं देवगढ़ मंदिर का निरीक्षण, महाशिवरात्रि को लेकर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर ने महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने हेतु जिले के प्राचीन एवं प्रसिद्ध महेशपुर और देवगढ़ मंदिरों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
गौरतलब है कि आगामी 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पावन पर्व है, जिस पर हजारों श्रद्धालु जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के लिए मंदिर पहुंचते हैं। इस भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने मंदिर प्रबंधन, पुलिस प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने जलाभिषेक की कतारबद्ध व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति, चिकित्सा सहायता और पार्किंग व्यवस्था का अवलोकन किया। वहीं उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, श्रद्धालु सुगमता से मंदिर परिसर पहुंचकर और बिना किसी परेशानी के पूजा-अर्चना कर सकें।