बतौली के सिलसिला ग्राम में संचालित है प्लांट, मलबे में अभी भी दबे हुए हैं कुछ मजदूर
अंबिकापुर @thetarget365 सरगुजा जिले के जनपद पंचायत बतौली के ग्राम सिलसिला स्थित मां कुदरगढ़ी एलुमिना हाइड्रेट प्लांट में रविवार सुबह 11 बजे बायलर का कोयला बंकर अचानक टूटकर गिर गया। घटना के दौरान कोयला उठाने का काम कर रहे सात मजदूर दब गए। तीन घायल मजदूरों को किसी तरह कोयले के ढेर से बाहर निकाल कर उपचार के लिए अंबिकापुर मेडिकल कालेज अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां उपचार के दौरान दो मजदूरों की मौत हो गई है। एक मजदूर के घटनास्थल पर मौत होने की खबर। इस तरह हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो चुकी है। अभी तक कोयले के देर में दो तीन मजदूर के दबे होने की बात कही जा रही है। इन्हें निकालने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।
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घटना के संबंध में मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती घायल मजदूर अनमोल राजपूत निवासी मंडला मध्य प्रदेश ने “thetarget365” को बताया कि सुबह लगभग 11 बजे के आस पास कोयला बंकर और बायलर में सात मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक बंकर तेज आवाज के साथ टूट कर गिर गया। इस दौरान अनमोल और उसका भाई प्रिंस राजपूत भी कोयले की ढेर की चपेट में आ गया। किसी तरह वहां मौजूद अन्य मजदूरों ने बाहर निकाला और तत्काल इलाज के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल अंबिकापुर एम्बुलेंस से भेजा। अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही प्रिंस राजपूत और मनोज नामक मजदूर की मौत हो गई है। तीसरे मृतक की शिनाख्त नहीं हुई है। वह मलबे में दबा हुआ है। उसे बाहर निकालने का प्रयास जारी है। घटना स्थल पर प्रशासन व पुलिस के अधिकारी मौजूद हैं। बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ प्लांट के सामने डटी हुई है।
सगे भाइयों में एक की मौत
अनमोल राजपूत और प्रिंस राज दोनों सगे भाई हैं। मंडला मध्यप्रदेश निवासी दोनों भाई पिछले कुछ दिन पूर्व ही यहां फैक्ट्री में काम करने पहुंचे थे। दोनों भाइयों में प्रिंस राज की मौत हो गई और वहीं अनमोल का इलाज जारी है।
घटना के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं
घटना कैसे हुई इसे लेकर अभी भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है, लेकिन मौके से जो जानकारी सामने आ रही है उसमें यह बताया जा रहा है कि अभी भी कोयला बंकर में काम कर रहे तीन-चार मजदूर कोयला के मलबे में दबे हुए हैं। प्लांट प्रबंधन मलबे में दबे मजदूरों को निकालने के लिए जेसीबी व अन्य मशीनों का उपयोग कर रहा है। बायलर के गर्म होने के कारण राहत कार्य में दिक्कत आ रही है।
मां कुदरगढ़ी मिनिरल एंड रिफ्रैक्टरीज प्राइवेट लिमिटेड में कई राजनेताओं की भागीदारी चर्चा में रही है। पर्यावरण जनसुनवाई के दौरान भी यहां सत्ता और विपक्ष के राजनेताओं का प्रभाव दिखा था। यही वजह है कि स्थानीय ग्रामीणों के काफी विरोध के बाद भी ये प्लान्ट निर्धारित समय में बन गया। अब यहां काम के दौरान भी सुरक्षा को लेकर अनदेखी की जा रही है। यहां काम बदस्तूर जारी है। हादसे के बाद भी प्रबंधन और प्रशासन कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं।