अंबिकापुर। छात्रा अर्चिशा सिन्हा के असामयिक निधन के बाद प्रशासन द्वारा गठित जांच समिति के सदस्यों और अभिभावकों की एक बैठक गुरुवार 15 फरवरी को कार्मेल स्कूल में आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत में उपस्थित सभी लोगों ने अर्चिशा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
बैठक में जिला दंडाधिकारी की ओर से सभी निजी स्कूलों को दिए जाने वाले निर्देशों के बारे में एसडीएम अंबिकापुर ने अभिभावकों को अवगत कराया। साथ ही उन्होंने उन कर्तव्यों का निर्वहन कैसे किया जाए, इसकी प्रक्रिया के बारे में भी विस्तार से बताया। जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों को बाल मनोविज्ञान का प्रशिक्षण देने और छात्रों को नियमित परामर्श देने पर ज़ोर दिया ताकि वे मानसिक रूप से मज़बूत बन सकें और भविष्य में किसी भी प्रकार की ऐसी दुर्घटना से बचा जा सके। अभिभावकों ने भी बैठक में अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि कैसे समय की कमी के कारण उन्हें मजबूरन बच्चों को मोबाइल फोन देना पड़ता है ताकि वे व्यस्त रहें और घर पर सुरक्षित हों। हालांकि, बच्चों पर मोबाइल के नकारात्मक प्रभावों से वे वाकिफ हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी प्राथमिकता अपने बच्चों को अनुशासित वातावरण में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलवाना है, इसलिए वे ज़्यादातर उन्हें निजी स्कूलों में भेजते हैं।
वाइस प्रिंसिपल सिस्टर रोशनी ने अभिभावकों के समक्ष घटना वाले दिन का विडियो फुटेज के आधार पर संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया जिसे सुनकर उपस्थित समस्त अभिभावकगण वास्तविकता से अवगत हुए। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि माता-पिता के सहयोग के बिना स्कूलों में बच्चों को अनुशासित रखना असंभव है। उन्होंने अभिभावकों को आश्वासन दिया कि स्कूल में बच्चों के लिए नियमित परामर्श सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिससे माता-पिता को भी अपने बच्चों की मनःस्थिति को समझ पाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कार्मेल स्कूल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए हमेशा बदलती दुनिया के साथ तालमेल रखने के लिए सम्मानित माता-पिता/अभिभावकों के सुझावों और सलाह का हम हमेशा स्वागत करते हैं ।