प्रतापपुर (thetarget365)। ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग द्वारा मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना (एमएमजीएसवाई) के तहत बनाई जा रही करोड़ों की सड़क पूर्ण होने से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत प्रतापपुर क्षेत्र के शिवपुर धाम से लेकर चेमी-भुतका तक बनाई जा रही लगभग पांच किलोमीटर लंबी व करोड़ों की लागत वाली सड़क ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से अपने निर्माण के दौरान ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है।
बता दें कि लगभग पांच किलोमीटर के आसपास की लंबाई वाली इस सड़क में जहां उतार चढ़ाव वाले स्थान हैं वहां पर सीसी ढालने का कार्य करना है तथा जिन स्थानों पर सड़क समतल स्थित में हैं वहां डामरीकरण करना है। फिलहाल सड़क में सीसी ढालने का काम चल रहा है। पर अभी तक सड़क के जितने हिस्से में सीसी ढालने का काम किया जा चुका है वह इतने घटिया स्तर का है कि पहली ही बारिश में पूरा बहकर साफ हो चुका है। वर्षाकाल से पूर्व सड़क में सीसी के अंतर्गत ढाली गई गिट्टी व अन्य सामग्री बाहर निकलकर फैल गई है। सड़क के कई स्थानों पर दरारें भी पड़ गई हैं। यहां तक कि एक स्थान पर तो पूरी सड़क ही बह गई है जिसके कारण वहां बड़ा सा गड्ढा बन गया है। कोई दुर्घटना न हो इसलिए ग्रामीणों ने वाहन सवारों को संकेत देने के लिए गड्ढे में पेड़ की टहनियों को लगा दिया है। गौरतलब है कि शिवपुर धाम से लेकर चेमी-भुतका तक बन रही यह सड़क बलरामपुर जिले के चमनपुर, भैरवपुर व कर्री-चलगली तक को जोड़ने का काम करती है। कुछ वर्ष पूर्व भी इस सड़क में डामरीकरण का कार्य हुआ था पर घटिया निर्माण के कारण वह ज्यादा दिनों तक नहीं टिक सका जिसके कारण सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई थी। गड्ढों के कारण ग्रामीणों को आवागमन में हो रही परेशानी को देखते हुए शासन ने मुख्यमंत्री ग्रामीण विकास योजना के तहत फिर से इसके कुछ हिस्से में सीसी ढलाई व कुछ में डामरीकरण करने की मंजूरी दी है। मंजूरी के बाद सड़क के जिर्णोद्धार का काम तो शुरू हो गया पर अभी तक जितना भी सीसी का काम हुआ था पूरा का पूरा बारिश में बह गया। इससे स्पष्ट होता है कि ठेकेदार व विभागीय अधिकारी आपसी सांठगांठ करते हुए सड़क के जिर्णोद्धार के नाम पर किस कदर शासकीय राशि की बंदरबांट करने में लगे हुए हैं। सड़क के घटिया निर्माण को लेकर ग्रामीणों में खासी नाराजगी देखी जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि जब सड़क को बनाने का काम आरंभ हुआ तो वे लोग यह सोचकर काफी खुश थे कि चलो अब लंबे समय से सड़क पर बने गड्ढों व ग्रीष्मकाल में उड़ने वाली धूल से निजात मिल जाएगी। पर उस समय यह खुशी जाती रही जब सारी सीसी ढलाई पहली बारिश के पानी में ही बह गई। अब ग्रामीण शासन प्रशासन के समक्ष अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सड़क बनाने के नाम भ्रष्टाचार को अंजाम देने वाले दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण है यह सड़क
बता दें कि यह सड़क शिवपुर में स्थित प्राचीन अर्धनारीश्वर शिवलिंग के मंदिर के बगल से शुरू होती है। इस सड़क के जरिए बलरामपुर जिले से बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण अर्धनारीश्वर शिवलिंग पर जल चढ़ाने आते हैं। बलरामपुर से शिवपुर आने के लिए इस सड़क की दूरी बाकी सड़कों के मुकाबले काफी कम है। इसलिए बलरामपुर जिले के ज्यादातर श्रद्धालु अपने वाहनों द्वारा इसी सड़क का उपयोग कर शिवपुर धाम आते हैं। इसके अलावा इस अन्य क्षेत्र के लोग भी इस सड़क से प्रतापपुर आना जाना करते हैं।
सीसी ढालने की बजाए डाल दी डस्ट
बताया जा रहा है कि शिवपुर धाम से चेमी-भुतका तक बन रही इस सड़क के जिन स्थानों पर सीसी (गिट्टी, सीमेंट व अन्य सामग्री का मिश्रण) डालकर ढलाई करनी थी उनमें से कई स्थानों पर तो केवल गिट्टी की डस्ट को ही डाल कर लीपापोती कर दी गई। जो बारिश आते ही बह गई। वहीं कई स्थानों पर पुरानी सड़क को उखाड़े बगैर ही उसके ऊपर सीसी की ढलाई कर दी गई। जिसका नतीजा यह रहा कि बारिश शुरू होते ही इस घटिया निर्माण की असलियत जगजाहिर हो गई।
यदि इस तरह का मामला है तो इसकी पूरी गंभीरता से जांच कराई जाएगी जांच में घटिया निर्माण पाए जाने पर ठेकेदार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
एसके धृतलहरे
ईई एमएमजीएसवाई
सूरजपुर