अंबिकापुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रालय महानदी भवन में मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा छत्तीसगढ़वासियों को दी गई गारंटियों में से एक और गारंटी को पूरा करते हुए प्रदेश में श्री रामलला दर्शन (अयोध्या धाम) योजना शुरू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
इसी कड़ी में जनभावनाओं को सम्मान और ध्यान रखते हुए सरगुजा जिले में कलेक्टर द्वारा 22 जनवरी को स्थानीय अवकाश भी घोषित किया गया है। कलेक्टर विलास भोस्कर द्वारा जारी स्थानीय अवकाश संबंधी आदेश में सामान्य पुस्तक परिपत्र भाग-2 के अनुक्रमांक-04 के नियम-8 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कलेक्टर सरगुजा द्वारा इस जिले में कैलेंडर वर्ष-2024 के लिए 22 जनवरी 2024 को अयोध्या श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। इसके साथ ही 11 अक्टूबर 2024 दशहरा महाअष्टमी और 10 दिसंबर 2024 को शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस के अवसर पर स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। कैबिनेट बैठक में तय किया गया है कि यात्रा अयोध्या धाम तक ही होगी। हालांकि इसके साथ ही वाराणसी में एक दिन का रात्रि विश्राम होगा। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर, कॉरिडोर और गंगा आरती का दर्शन का लाभ भी यात्रियों को मिल सकेगा।
ज्ञातव्य है कि धार्मिक नगरी अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेशवासियों को श्री रामलला के दर्शन कराने हेतु अयोध्या ले जाने की घोषणा की गई है। जिसके परिपालन में श्री रामलला दर्शन योजना शुरू की जा रही है।
★ इन शर्तों को मानना होगा अयोध्या दर्शन के लिए
• छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी हो।
• 18 से 75 आयु वर्ग के जो जिला मेडिकल बोर्ड के स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जाएंगे, उन्हें यात्रा की पात्रता होगी।
• दिव्यांगजनों के लिए यथा संभव उनके परिवार से कोई एक सदस्य साथ में रहेंगे।
• प्रथम चरण में 55 वर्ष से ऊपर के यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके बाद अन्य आयु वर्ग के लोगों को भी यह सुविधा दी जाएगी।
• इसके लिए प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में श्री रामलला दर्शन समिति बनाई जाएगी। प्रत्येक समिति अनुपातिक कोटा के अनुसार हितग्राहियों का चयन करेगी।
• यात्रा की दूरी करीब 900 किलोमीटर होगी। इसके लिए भारतीय रेलवे कैटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के साथ छत्तीसगढ़ मंडल एमओयू करेगा।
• आईआरसीटीसी ही यात्रा के दौरान सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्थलों के दर्शन, स्थानीय परिवहन और एस्कार्ट की व्यवस्था करेगा।
• हितग्राहियों को उनके निवास से निर्धारित रेलवे स्टेशन तक लाने और वापस ले जाने की व्यवस्था संबंधित जिला कलेक्टर करेंगे। इसके लिए उन्हें बजट उपलब्ध कराया जाएगा।
• प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम शासकीय अधिकारी अथवा एक छोटा दल भेजा जाएगा।
• यात्री दुर्ग-रायपुर, रायगढ़ और अंबिकापुर से ट्रेन के जरिए रवाना किए जाएंगे।
• वर्तमान में प्रत्येक सप्ताह में एक ट्रेन उपलब्ध होगी। यात्रियों की संख्या के अनुसार आगे बढ़ोतरी की जा सकती है।