★ हत्या व साक्ष्य छिपाने के आरोप पर दंपती गिरफ्तार
अंबिकापुर @thetarget365 बलरामपुर जिले के झारखंड सीमा से लगे चांदो थानान्तर्गत इदरीकला की पहाड़ी पर मिले हड्डियों की डीएनए जांच कराई गई। जांच में मृतका की पहचान झारखंड के ग्राम सरुवत निवासी सुखनी बाई 70 वर्ष के रूप में की गई। पुलिस जांच में इस बात की पुष्टि हुई कि जादू-टोना के संदेह पर इसी गांव की दंपती ने उसकी हत्या कर शव को झाड़ियों में फेंक दिया था। पुलिस ने हत्या व साक्ष्य छिपाने की धाराओं के तहत कवलदेव नगेसिया 40 वर्ष व उसकी पत्नी बजती नगेसिया 35 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी और मृतका दोनों ही पड़ोसी प्रान्त झारखण्ड के निवासी हैं।
जानकारी अनुसार, जनवरी 2024 को चांदो थाना क्षेत्र से लगे झारखंड के ग्राम सरुवत निवासी रामलाल किसान ने चांदो थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके गांव के सीमावर्ती छतीसगढ़ सीमा में ग्राम इदरीकला के पहाड़ी में मानव हड्डियां मिली है। उसने संदेह जताया था कि वह मानव हड्डियां उसकी मां की हो सकती हैं। उसकी मां दो माह से लापता है।
टोनही के संदेह पर कर दी बुजुर्ग महिला की हत्या
पुलिस ने मानव हड्डियों का डीएनए परीक्षण करवाया। जांच में हड्डियां मृतका सुखनी देवी का होना पाया गया। जांच के दौरान पुलिस ने मृतका के स्वजन के बयान के आधार पर मृतका के पड़ोसी कवलदेव नगेसिया व उसकी पत्नी बजंती निवासी ग्राम सरुवत को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में दोनों ने टोनही के संदेह पर बुजुर्ग महिला की हत्या कर साक्ष्य छिपाने की स्वीकारोक्ति की।
तीन बच्चों की मौत पर जादू-टोना का उपजा संदेह
पुलिस पूछताछ में आरोपी दंपती ने बताया कि पिछले 2-3 वर्षों के दौरान उनके तीन बच्चों की अचानक मृत्यु हो गयी थी। दंपती को मृतका सुखनी पर संदेह था कि वह जादू-टोना करके उसके बच्चों को मार रही है। दोनों को यह संदेह था कि यदि सुखनी जीवित रही तो उनके बच्चों की ऐसे ही अकस्मात मौत होती रहेगी। इसलिए दोनों ने उसकी हत्या की योजना बनाई थी।
पहले पत्थर से हमला फिर दबा दिया गला
आरोपी दंपती ने बेरहमी से बुजुर्ग महिला की हत्या की थी। नवंबर 2023 में जब मृतका सुखनी देवी किसी काम से पहाड़ी रास्ते से ग्राम इदरीकला जा रही थी। आरोपी महिला बजंती के द्वारा मृतका के सिर पर पत्थर से प्राणघातक हमला किया गया था। महिला जब घायल हो गई तो गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। आरोपी महिला बजंती देवी ने अपने पति कवलदेव के साथ साक्ष्य छिपाने के लिए मृतका के शव को घटनास्थल से लगभग 100 मीटर दूर ले जाकर झाड़ियों के नीचे छिपा दिया था।