★ तत्काल जनसहयोग से सड़क के गड्ढों को भरने का कार्य प्रारंभ कराया
अंबिकापुर @thetarget365 नेशनल हाइवे 43 अंबिकापुर-मनेंद्रगढ़ मार्ग की दुर्दशा और शहरवासियों को हो रही परेशानी की शिकायतों के बाद आज जन्माष्टमी की दोपहर पूर्व उपमुख्यमंत्री इस राष्ट्रीय राजमार्ग के अवलोकन पर पहुंचे। टीएस सिंहदेव के निर्देश पर तत्काल मौके पर इस मार्ग के गड्ढों को भरने की पहल शुरू की गई। अभी कुछ दिन पूर्व ही सरगुजा सांसद चिन्तामणि महाराज ने भी कलेक्टर और संबंधित विभागों को लेकर इस मार्ग का स्कूटी वाहन से अवलोकन किया था। परंतु भारी बारिश की वजह से इस मार्ग पर वाहन चलाना व पैदल चलना लोगों के लिए दुष्कर हो गया है।
. नेशनल हाइवे 43 अंबिकापुर-मनेंद्रगढ़ मार्ग पर मौजूद गड्ढों के कारण आये दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। रेलवे स्टेशन जो इसी मार्ग पर स्थित है, ट्रेन पकडने वाले यात्रियों की ट्रेन इस सडक की दुर्दशा के कारण छूट रही है। शहर के कई प्रतिष्ठित स्कूल-कॉलेज इस मार्ग पर स्थित हैं। वहां पढ़ने वाले छात्रों के साथ ही अभिभावकों को भी परेशानियों का सामना रोज करना पड़ रहा है। इन मार्गो को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की उदासीनता का खामियाजा पूरा शहर भुगत रहा है। शहरवासियों की तकलीफ की जानकारी पर पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव सोमवार को मनेन्द्रगढ मार्ग पहॅुंचे। मौके के निरीक्षण के बाद पहल करते हुए उन्होंने तत्काल जनसहयोग के माध्यम से सड़क के गड्ढों को भरने का कार्य प्रारंभ कराया। इस दौरान उनके साथ जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंहदेव, पीसीसी महामंत्री द्वितेन्द्र मिश्रा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता, शैलेन्द्र प्रताप सिंह सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद थे।
नेशनल हाइवे के सभी मार्ग निगम को हैण्ड-ओवर हो
. निरीक्षण के दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के ईई से भी इस बाबत् चर्चा की। उनसे चर्चा में उन्होंने पूछा कि करीब 1 वर्ष पूर्व कांग्रेस शासनकाल में शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गो एवं नालियों के नवीनीकरण के लिये प्रस्ताव भेजा गया था, उसपर आज दिनांक तक कोई कारवाई क्यों नहीं हुई। उन्होंने नेशनल हाइवे के ईई को यह कहा कि अगर आप नेशनल हाइवे की सड़कों का रखरखाव नहीं कर सकते तो उसे नगर निगम अंबिकापुर को हैण्ड-ओवर कर दीजिये।
सांसद से लेकर कलेक्टर तक कर चुके हैं नेशनल हाईवे 43 का निरीक्षण
अंबिकापुर-मनेंद्रगढ़ मार्ग जो कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 का हिस्सा है पूर्णतः जर्जर हो चुका है। इस मार्ग के साथ ही अंबिकापुर-रायगढ मार्ग, अंबिकापुर-बिलासपुर मार्ग, अंबिकापुर-रामानुजगंज मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अधीन हैं। इन मार्गो का रखरखाव और नवीनीकरण राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की है। लेकिन राष्ट्रीय राज्यमार्ग विभाग की उदासीनता का खामियाजा अंबिकापुर शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है। कुछ दिन पूर्व ही स्थानीय सांसद चिन्तामणि महाराज और कलेक्टर विलास भोस्कर दुपहिया वाहनों से इस मार्ग का अवलोकन करने आये थे, उनके निरीक्षण के बावजूद सड़क मार्ग की सुधार के लिये कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया।