- सास-बहू, पति-पत्नी एवं देवरानी-जेठानी की जोड़ी हुए शामिल
- हजारों नवसाक्षरों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया
- जेल में भी हुआ परीक्षा आयोजन
अंबिकापुर @thetarget365 : जिले में रविवार को उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के तत्वाधान में राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा अभियान सम्पन्न हुआ। कलेक्टर विलास भोसकर के मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनय कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में आयोजित महापरीक्षा में हजारों नवसाक्षरों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
महापरीक्षा के लिए कुल 531 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जहां शाम 4 बजे तक 15,857 शिक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए। अभियान में साक्षरता की मुख्य धारा से कटे हुए एवं शाला त्यागी परीक्षार्थी शामिल हुए। कई परीक्षा केंद्रों पर सास-बहू, पति-पत्नी एवं देवरानी-जेठानी जैसे पारिवारिक सदस्य एक साथ परीक्षा देते नजर आए, जिससे माहौल उत्सव जैसा प्रतीत हुआ।
जेल में भी हुआ परीक्षा आयोजन
वरिष्ठ कल्याण अधिकारी वाणी मुखर्जी ने बताया कि केंद्रीय जेल अंबिकापुर में भी महापरीक्षा केंद्र स्थापित किया गया था, जहां 405 नवसाक्षर कैदियों ने परीक्षा दी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल, अपर कलेक्टर रामसिंह ठाकुर,जेल अधीक्षक योगेश सिंह क्षत्रि एवं सहायक संचालक विनोद राय ने निरीक्षण कर परीक्षार्थियों का उत्साहवर्धन किया।
वरिष्ठ अधिकारियों ने किया निरीक्षण
अपर कलेक्टर अम्रताल ध्रुव ने नवागढ़ अंबिकापुर के परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया, वहीं जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा ने लखनपुर ब्लॉक का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि लखनपुर में 4,750 परीक्षार्थियों का पंजीयन हुआ था, जिसमें दिव्यांग शिक्षार्थी भी बड़ी संख्या में शामिल थे।
सफल आयोजन के लिए व्यापक मॉनिटरिंग
महापरीक्षा के सफल संचालन के लिए जिला एवं ब्लॉक स्तरीय मॉनिटरिंग दल सक्रिय रहे। जिला मिशन समन्वयक रविशंकर तिवारी, भरत अग्रवाल, रमेश सिंह, रविशंकर पांडेय, करूणेश श्रीवास्तव सहित कई अधिकारियों ने आयोजन को सुचारू रूप से संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नवसाक्षरों में दिखा जोश
60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं समेत कई छोटे बच्चों की माताओं ने भी इस परीक्षा में भाग लिया, जिससे शिक्षा के प्रति जागरूकता का नया उदाहरण देखने को मिला। ग्रामीण इलाकों में यह परीक्षा किसी उत्सव से कम नहीं थी।
नवभारत साक्षरता अभियान को नई दिशा
जिला परियोजना अधिकारी गिरीश गुप्ता ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य उन लोगों को शिक्षा से जोड़ना है, जो किसी कारणवश औपचारिक शिक्षा से वंचित रह गए थे। इस परीक्षा के माध्यम से उन्हें अपनी साक्षरता का प्रमाण प्राप्त करने का अवसर मिला।
महापरीक्षा के सफल आयोजन से सरगुजा जिले में शिक्षा के प्रति नई जागरूकता देखने को मिली, जिससे यह अभियान भविष्य में और अधिक प्रभावशाली बनेगा।