बसंतपुर (बलरामपुर-रामानुजगंज) @thetarget365 व्हाट्सएप्प वीडियो कॉल के जरिए खुद को पुलिस अधिकारी बताकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय साइबर गिरोह के सरगना सहित तीन आरोपियों को बसंतपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी फर्जी पुलिस बनकर लोगों को डरा-धमका कर उनसे पैसे वसूलते थे।
ऐसे करते थे ठगी
थाना बसंतपुर में वाड्रफनगर निवासी जानकी प्रसाद कुशवाहा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 2 नवंबर 2024 को उनके मोबाइल पर 923478-774588 नंबर से वीडियो कॉल आया। कॉलर ने खुद को सीबीआई देहरादून का अधिकारी बताते हुए कहा कि उनका बेटा रेप केस में फंस गया है और उसे जेल भेजा जाएगा। अगर उसे बचाना है तो 50 हजार रुपये तुरंत ट्रांसफर करने होंगे। कॉल के दौरान बैकग्राउंड में बच्चे के रोने और मारपीट की आवाज सुनाई गई, जिससे पीड़ित डर गया और आरोपी द्वारा बताए गए खाते में दो बार में कुल 70 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए।
पुलिस जांच और गिरफ्तारियां
शिकायत के बाद अपराध क्रमांक 176/2024 धारा 318 (2) बीएनएस और 66(घ) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर के मार्गदर्शन में व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी के निर्देशन में एक विशेष टीम बनाई गई।
तकनीकी जांच और मैन्युअल इंटेलिजेंस की मदद से पुलिस टीम उत्तर प्रदेश के बरेली पहुंची। वहां रिजवान अहमद को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने खुलासा किया कि इस ठगी के मास्टरमाइंड शाकिब खान और रिफाकत हुसैन हैं, जो फर्जी पुलिस बनकर लोगों को ब्लैकमेल करते थे।
गिरफ्तार आरोपी
शाकिब खान, पिता जाहिद खान, निवासी गोटिया मोहल्ला, थाना सीबीगंज, जिला बरेली, उत्तर प्रदेश
रिफाकत हुसैन, पिता लियाकत, निवासी गोटिया मोहल्ला, थाना सीबीगंज, जिला बरेली, उत्तर प्रदेश
रिजवान अहमद, पिता इसरार, निवासी रहपुरा चौधरी, थाना इज्जत नगर, जिला बरेली, उत्तर प्रदेश
गिरोह का तरीका
गिरोह के सदस्य अलग-अलग लोगों के पहचान पत्र लेकर उनके नाम पर बैंक खाते खुलवाते थे। फिर इन खातों का इस्तेमाल ठगी के लिए करते थे। व्हाट्सएप्प वीडियो कॉल के जरिए पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को डराते थे और फर्जी आरोप लगाकर पैसों की मांग करते थे।
अन्य अपराध भी दर्ज
आरोपी शाकिब खान और रिफाकत हुसैन के खिलाफ साइबर थाना बरेली, उत्तर प्रदेश में भी मामला दर्ज है। अपराध क्रमांक 46/2024 धारा 318(4), 338, 336, 340(2), 61 बीएनएस के तहत उन पर पहले से भी केस चल रहा है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के बाद 22 मार्च 2025 को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी बसंतपुर निरीक्षक भारद्वाज सिंह, प्र.आर. इनायत खान और आर. श्रीकांत यादव का अहम योगदान रहा।