जिले में धान खरीदी की प्रारंभिक तैयारियां पूर्ण, किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से होगी धान खरीदी
धान खरीदी केन्द्रों में मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारियों की लगाई गई ड्यूटी
अंबिकापुर @thetarget365 राज्य में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर पंजीकृत किसानों से धान खरीदी की शुरुआत 14 नवम्बर से होगी, जो 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। जिले में धान खरीदी को लेकर तैयारियां जोरों-शोरों से की जा रही हैं।
जानकारी अनुसार सरगुजा जिले में 62,243 किसानों ने पंजीयन कराया है जिसका रकबा 78,691 हेक्टेयर है। जिले में 54 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी की जानी है। इस खरीफ वर्ष में 3829 किसान नए पंजीकृत हैं। उपार्जन केंद्रों में कम्प्यूटरीकरण व्यवस्था का ट्रायल रन सोमवार को पूर्ण कर लिया गया है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ देश का इकलौता ऐसा राज्य है, जहां किसानों को धान का सर्वाधिक मूल्य मिल रहा है। कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी का कार्य प्रारंभ होगा जिससे जिले के किसानों में धान खरीदी को लेकर अपार उत्साह का माहौल है। लघु एवं सीमांत किसानों का दो टोकन एवं बड़े किसानों का तीन टोकन काटा जाएगा। किसान समिति एवं मोबाइल ऐप ‘टोकन तुंहर हाथ’ के माध्यम से आसानी से टोकन प्राप्त कर सकेंगे। जिले में धान खरीदी का लक्ष्य 351074 एमटी रखा गया है।
कलेक्टर विलास भोसकर के मार्गदर्शन धान खरीदी की तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई है। खरीदी केंद्रों में धान खरीदी अवधि, निर्धारित गुणवत्ता, समर्थन मूल्य आदि की जानकारी के सम्बन्ध में बैनर एवं दीवार लेखन का कार्य किया गया है। वहीं किसानों के बैंक खातों के मिलान का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
धान खरीदी केंद्रों में किसानों की सुविधा हेतु स्थल की साफ-सफाई, पेयजल, किसानों के बैठने हेतु छायादार स्थान, त्रुटिरहित धान खरीदी हेतु कांटा-बांट अथवा इलेक्ट्रॉनिक कांटा का सत्यापन, मॉइश्चर मीटर का कैलीब्रेशन किया गया है। उपार्जन केंद्रों में कैप कवर, बारदाने की व्यवस्था, कम्प्यूटर सेट, प्रिंटर, इंटरनेट सुविधा सहित अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं।
कलेक्टर भोसकर के मार्गदर्शन में 34 बिंदुओं की चेकलिस्ट के अनुसार धान खरीदी हेतु सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को धान खरीदी कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के सख्त निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने धान खरीदी केंद्रों में धान खरीदी की सतत निरागनी रखने तथा कोचियों एवं बिचौलियों से अवैध धान की खरीदी-बिक्री पर सख्त कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है।
धान खरीदी केन्द्रों में मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है। जिला स्तर पर धान खरीदी की सम्पूर्ण व्यवस्था के लिए नोडल अपर कलेक्टर सुनील नायक को बनाया गया है।