अंबिकापुर @thetarget365 बलरामपुर जिले के राजपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत लाऊ स्थित पहाड़ी कोरवा बालक आश्रम के पहली कक्षा के छात्र अजीत कुमार (6) की मौत इलाज न मिलने के कारण हो गई। छात्र शनिवार से बीमार था, लेकिन छात्रावास प्रबंधन ने उसे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के बजाय घर भेज दिया। परिवार ने उसे राजपुर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रेफर किया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
लापरवाही उजागर, प्रभारी अधीक्षक निलंबित
घटना के बाद प्रथम दृष्टया लापरवाही के आधार पर छात्रावास अधीक्षक बीरसाय राम (प्रधानपाठक, प्राथमिक शाला तुंबाडांड) को निलंबित कर दिया गया है।
जानकारी अनुसार, ग्राम लाऊ स्थित पहाड़ी कोरवा बालक आश्रम में रहने वाले सेवारी गांव के खटांगपारा निवासी नोहर साय के छह वर्षीय पुत्र अजीत कुमार की तबीयत शनिवार को बिगड़ गई थी। बावजूद इसके, छात्रावास प्रबंधन ने उसे इलाज नहीं दिलाया। हालत बिगड़ने पर सोमवार को स्वजन को सूचना दी गई। 15 वर्षीय बहन अपने भाई को लेने आई और उसे गोद में लेकर पांच किलोमीटर पैदल घर पहुंची। स्थिति बिगड़ने पर परिवार ने किसी तरह किराए का वाहन लेकर राजपुर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
जांच के लिए प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे
छात्र की मौत की सूचना मिलते ही एसडीएम राजपुर राजीव जेम्स कुजूर, सहायक आयुक्त बलरामपुर, बीएमओ राजपुर, शिक्षा व आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी मृतक के घर पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली। एसडीएम ने बताया कि अधीक्षक ने छात्र का तत्काल इलाज नहीं कराया और न ही उच्च अधिकारियों को सूचना दी। जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अधीक्षक को निलंबित कर दिया। प्रशासन ने जांच के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कही है।