अंबिकापुर @thetarget365 स्वामी आत्मानंद विद्यालय बतौली के छात्रों द्वारा फेयरवेल पार्टी के बाद सड़क पर की गई अनुशासनहीनता के मामले में जिला प्रशासन द्वारा छात्रों को निलंबित करने और परीक्षा से वंचित करने की कार्रवाई की घोर निंदा की गई है।
जिला अभिभावक संघ सरगुजा ने इस आदेश को बाल अधिकार एवं किशोर न्याय अधिनियम के खिलाफ बताया है। संघ ने कहा कि सभी छात्र पहली बार इस तरह की गलती के दोषी पाए गए हैं, इसलिए उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को नरमी बरतनी चाहिए। अभिभावक संघ ने जिला प्रशासन से अपील की है कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए उनके निलंबन और परीक्षा से वंचित करने के आदेश को वापस लिया जाए।
अभिवावक संघ के धनंजय मिश्रा ने कहा है कि इस प्रकार के आदेश से बच्चों के मानसिक विकास एवं बाल मन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। साथ ही चरित्र प्रमाण पत्र में प्रतिकूल टिप्पणी किये जाने से उन्हे जीवन पर्यंत शिक्षा एवं रोज़गार के अवसरों में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) अंबिकापुर ने स्वामी आत्मानंद विद्यालय के 11 छात्र-छात्राओं को उक्त अनुशासनहीनता के कारण निलंबित कर दिया है। सभी छात्र कक्षा 12वीं के हैं और इस कार्रवाई के चलते उन्हें बोर्ड परीक्षा से वंचित किया जा सकता है। इस निर्णय के बाद छात्रों और उनके अभिभावकों में असंतोष व्याप्त है।
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