प्रतापपुर (सूरजपुर)। प्रतापपुर तहसील अंतर्गत ग्राम बोंगा के पटवारी के ऊपर भूमि का कब्जा देने के नाम पर 45 हजार लेने के बाद भी कब्जा न देने का आरोप लगा है। इस संबंध में ग्राम बोंगा की दो महिलाओं ने पटवारी के ऊपर कारवाई करने को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में बताया गया है कि बोंगा में निवासी श्यामपती गोंड़ पति भगवान दास व फुलपति गोंड़ पति महेन्द्र की ग्राम बोंगा में जो खुद के स्वामित्व की भूमि है उसी से लगी हुई 50 डिसमिल शासकीय भूमि भी है। उक्त शासकीय भूमि को वर्षों पहले महिलाओं के पूर्वजों ने स्वयं के खर्च पर खेती करने की योग्य बनाया था। जिसके बाद से ही महिलाओं द्वारा उक्त भूमि पर लगातार खेती की जा रही है। वर्तमान में इस भूमि पर महिलाओं ने सरसों व गेहूं की फसल भी लगा रखी है। पर अभी तक इस भूमि के ऊपर राजस्व विभाग के दस्तावेजों में महिलाओं के नाम का कब्जा दर्ज नहीं हो पाया है। ज्ञापन में आरोप लगाते हुए कहा गया है कि इसी कब्जे को महिलाओं के नाम पर राजस्व विभाग के दस्तावेजों मे दर्ज करने के लिए बोंगा के पटवारी रणधीर पटेल ने महिलाओं से 45 हजार रुपए की मांग की थी। जिसके बाद महिलाओं ने भूमि का कब्जा प्राप्त करने के लिए पटवारी को जैसे तैसे करके 45 हजार रुपए दे दिए। पर रुपए लेने के बावजूद पटवारी ने महिलाओं को उक्त भूमि का कब्जा नहीं दिया। ऊपर से मौके पर पहुंचे बगैर ही अपने घर में बैठे बैठे ही भूमि से संबंधित झूठा पंचनामा व जांच प्रतिवेदन बनाकर बोंगा के ही रहने वाले एक ग्रामीण राम किशुन पंडो को उक्त भूमि का कब्जाधारी होना बता दिया। जबकि राम किशुन पंडो का उक्त भूमि से दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं है। ज्ञापन में कहा गया है कि पटवारी के इस कृत्य के कारण अब राम किशुन पंडो द्वारा उक्त भूमि पर नींव खोदकर मकान निर्माण किया जा रहा है जिसके कारण गांव में विवाद की स्थिति निर्मित हो चुकी है। इस संबंध में पीड़ित महिलाओं ने 3 जनवरी को स्थानीय विधायक शकुंतला सिंह पोर्ते को भी उनके गोविंदपुर प्रवास के दौरान एक शिक़ायती आवेदन देते हुए पटवारी रणधीर पटेल के ऊपर सख्त कार्रवाई करने व उनके द्वारा लिए गए रुपए वापस दिलाने की मांग की है।