@thetarget365 : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहलगाम हमले के मद्देनजर अपनी रूस यात्रा रद्द कर दी है। तो क्या पाकिस्तान के साथ युद्ध आसन्न है?यह द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी पर रूस की जीत की 80वीं वर्षगांठ है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि भले ही प्रधानमंत्री मोदी उपस्थित न हों, भारत का प्रतिनिधित्व एक राजनयिक प्रतिनिधि द्वारा किया जाएगा। दिमित्री पेस्कोव ने यह नहीं बताया कि कौन सा भारतीय अधिकारी प्रधानमंत्री मोदी का स्थान लेगा या किस स्तर पर लेगा। रूस ने प्रधानमंत्री मोदी को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
विजय दिवस परेड हर साल 9 मई को मास्को में आयोजित की जाती है। यह रेड स्क्वायर में आयोजित की जाती है। रूसी सशस्त्र बलों की यह परेड बहुत महत्वपूर्ण होती है, जिसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आमतौर पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होते हैं और मुख्य भाषण देते हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से रूस अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करता है। यह परेड द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर रूस की निर्णायक जीत की याद में आयोजित की जाती है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत अधिक है। इस हमले में 26 लोग मारे गए। आतंकवादियों ने लोगों से उनके नाम और धर्म पूछकर उनकी हत्या की है। हमले के बाद देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है। पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। मोदी सरकार ने अब तक पाकिस्तान को लेकर कई बड़े फैसले लिए हैं, जिनमें सिंधु जल संधि को रद्द करना भी शामिल है। उसने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को भी कम कर दिया है।