★ 22 ग्रामीणों को रघुनाथपुर चौकी में बिठाया गया, शांति व्यवस्था बहाल करने की जा रही थी कोशिश
★ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी तैनात, मची रही गहमा-गहमी
बतौली @thetarget365 राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पर सिलसिला में स्थित एलुमिना हाइड्रेट फैक्ट्री में शुक्रवार को हाई पावर विद्युत कनेक्शन जोड़ने के दौरान ग्रामीणों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने सैकड़ों की संख्या में जिला से बल मौके पर बुला तैनात किया गया। आसपास गांव के करीब 22 ग्रामीणों को रघुनाथपुर चौकी में बिठाया गया। सरगुजा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी दिनभर मौके पर मौजूद रहे।
बतौली सिलसिला में अलुमिना हाइड्रेट फैक्ट्री पिछले 3 वर्षों से ज्यादा समय से संचालित है। ग्रामीणों ने स्थापना के दौरान ही इसका विरोध किया था। बाद में शासन की पहल पर सामंजस्य स्थापित कर फैक्ट्री स्थापित की गई। शुक्रवार को 33 केवीए हाई टेंशन तार एनएच 43 से होकर सिलसिला फैक्ट्री की ओर ले जाकर विद्युत व्यवस्था बहाली की जा रही थी। ग्रामीणों को बताया गया कि विद्युत पावर एक्सटेंशन का काम किया जा रहा है और कंपनी को इसकी जरूरत थी। राष्ट्रीय राजमार्ग 43 से होकर कोट मोड़, सिलसिला होते हुए 25 विद्युत पोल कंपनी तक ले जाय गए था जिनसे होकर हाई टेंशन तार जोड़ा जा रहा था। मौके पर एक्सीवेटर और मजदूरों से काम कराया जा रहा था। विद्युत विभाग के कर्मचारी भी मौजूद थे। राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों और पुलिस अधिकारियों को भी तैनात किया गया था। चार-पांच दिनों से विद्युत पोल गाड़कर तार लगाने का क्रम जारी था। गुरुवार और शुक्रवार को विरोध की आशंका के मद्देनजर पुलिस की तैनाती की गई थी। सिलसिला स्थित कंपनी के पूरे परिसर में निगरानी रखी जा रही थी। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर बताया कि किसी भी तरह का बड़ा विरोध नहीं दर्ज किया गया है। एहतियातन कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीणों से बातचीत की जा रही है। उन्हें समझाईश दी जा रही है कि फैक्ट्री पूर्व की तरह ही ही संचालित होगी। सिर्फ विद्युत एक्सटेंशन का काम ही कराया जा रहा है।
22 ग्रामीणों को पुलिस गाड़ी में बैठा रघुनाथपुर चौकी में बैठाया, चपे-चपे पर रही पुलिस तैनात
सुबह से ही आसपास क्षेत्र के ग्रामीण भी अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हो रहे थे। लेकिन शुक्रवार पूरे दिन शांति व्यवस्था स्थापित करने की पुलिस की कार्रवाई जारी रही। बीच में थोड़ा विरोध प्रदर्शन भी जरूर हुआ। 22 ग्रामीणों को पुलिस वाहन में बिठाकर रघुनाथपुर चौकी में पहुंचाया गया था। उधर पूरे मामले में कंपनी की ओर से किसी भी तरह का बयान मीडिया के सामने नहीं आया, न ही कंपनी ने अपना पक्ष रखने की कोशिश की।
आला अधिकारियों की तैनाती
विरोध की आशंका के मद्देनजर सिलसिला के चप्पे चप्पे पर पुलिस बल की मौजूदगी थी। मौके पर डेढ़ से 200 पुलिस कर्मचारी मौके पर मौजूद थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो के निर्देशन में शांति स्थापना की कार्रवाई की जा रही थी। उनके अलावा अंबिकापुर के अनुविभागीय अधिकारी अमित पटेल, सीतापुर अनुविभागीय अधिकारी रवि राही के साथ तीन एसडीओपी, 16 नायब तहसीलदार, 32 आरआई और सैकड़ों की संख्या में बतौली, रघुनाथपुर, सीतापुर और अंबिकापुर से पुलिसकर्मी उपस्थित रहे।