बंगाल की खाड़ी से उठा रेमल तूफान बंगाल के तट से टकराना शुरू हो चुका है। बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में इसके तट से टकराने की प्रक्रिया शुरू होते ही भारी बारिश और तेज हवाएं चलनी शुरू हो चुकी है।
रेमल तूफान से होने वाली हानियों को देखते हुए बंगाल के तटीय इलाकों से करीब 1.10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। इसमें सबसे ज्यादा लोग साउथ 24 परगना जिले से हैं। स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट और एनडीआरएफ की 16-16 टीमों को तटीय इलाकों में तैनात किया गया है।
एनडीआरएफ की 12 टीमें गृह मंत्रालय ने भेजीं
रेमल तूफान को देखते हुए
गृह मंत्रालय ने एनडीआरएफ की 12 टीमें तटीय इलाकों में भेजी गई हैं। साथ ही 5 टीमें स्टैंड बाय पर है। इसके अलावा जहाजों और विमानों के साथ सेना, नौसेना और कॉस्ट गार्ड टीम भी इमरजेंसी के लिए तैयार हैं।
मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात के लैंडफॉल की पूरी प्रक्रिया पांच से सात घंटे तक चलेगी। इस दौरान 110 से 120 किमी प्रति घंटे की तीव्रता के साथ हवाएं चल रही थीं जो 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच गईं। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात के प्रभाव से पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों- उत्तर और दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, पूर्वी मिदनापुर, हावड़ा, हुगली में भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है।