★ जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में 1 करोड़ 33 लाख रुपये के वित्तीय अनियमितता के मामले में आरोपी का नाम काटने का मसला
बलरामपुर @thetarget365 बलरामपुर जिले में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में एक करोड़ 33 लाख रुपये के वित्तीय अनियमितता के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने में आरोपी का नाम कांट छांट करने के मामले में पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से रामानुजगंज थाना प्रभारी ललित यादव व प्रधान आरक्षक उमेश यादव को निलंबित कर दिया है। बैंक प्रबंधन द्वारा मामले की शिकायत पुलिस महानिरीक्षक से की गई थी।
जानकारी अनुसार जिला सहकारी केंद्रीय बैंक रामानुजगंज में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया था। बैंक अधिकारी – कर्मचारियों द्वारा लोगों के व्यक्तिगत खाते में राशि अंतरित कर आहरण कर लिया गया था। मामला सामने आने के बाद बैंक प्रबंधन ने विभागीय तौर पर जांच कराई थी। इसमें एक करोड़ 33 लख रुपये गबन की पुष्टि हुई थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर बैंक प्रबंधन ने चार आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करने का आवेदन दस्तावेजों के साथ रामानुजगंज पुलिस को सौपा था। मामले में रामानुजगंज पुलिस ने चार में से तीन लोगों को नामजद किया तथा एक कर्मचारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज नहीं की। जब बैंक प्रबंधन को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग से शिकायत कर दी। आइजी ने जांच का निर्देश दिया। जांच में आरोप सही पाया गया। आरोप है कि सेटिंग के आधार पर एफआइआर से नाम कांट छांट किया गया था। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
विधिसंगत कार्रवाई नहीं करने के कारण रामानुजगंज थाना प्रभारी तथा प्रधान आरक्षक को निलंबित किया गया है। एसडीओपी रामानुजगंज को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। अभी प्रकरण की जांच चल रही है।
राजेश अग्रवाल
पुलिस अधीक्षक बलरामपुर