नई दिल्ली। अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा में सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस भव्य अनुष्ठान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे और इसके एक दिन बाद मंदिर को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अयोध्या पहुंच चुके हैं
प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12.20 बजे शुरू होगा और उम्मीद है कि दोपहर 1 बजे तक चलेगा। इसके बाद पीएम मोदी कार्यक्रम स्थल पर 7 हजार लोगों की जनसभा को संबोधित करेंगे। 506 मेहमानों के साथ एक ए- लिस्ट बनायी गई है जिसमें बड़े नेता, उद्योगपति, अभिनेता, राजनयिक, जजों और अन्य हाई प्रोफ़ाइल लोगों को रखा गया है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, राम लला की मूर्ति को रविवार को विभिन्न तीर्थ स्थलों से लाए गए “औषधियुक्त” जल और पवित्र जल से भरे 114 घड़ों से स्नान कराया गया।
ट्रस्ट के एक सदस्य ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा- ” मूर्ति को आज मध्याधिवास में रखा गया। आज ही ‘रात्रि जागरण अधिवास’ शुरू होगा. यज्ञशाला में रामलला की पुरानी मूर्ति की पूजा की जा रही है। चेन्नई और पुणे समेत कई जगहों से आए फूलों से अनुष्ठान किया जा रहा है।” 22 जनवरी को सभी केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों के लिए हाफ़-डे रखा गया है।
रामलला की नई 51 इंच की मूर्ति को पिछले गुरुवार को मंदिर के गर्भगृह में रखा गया था। इस मूर्ति को मैसूर के अरुण योगीराज ने बनाया है। “प्राण प्रतिष्ठा” की पूजा के लिए 14 चौदह जोड़े “यजमान” होंगे।
ये राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के साल 2019 के फ़ैसले के बाद बना है। 1992 में ‘कारसेवकों’ ने 16वीं शताब्दी में बनी बाबरी मस्जिद ढहा दिया था। ये मामला कोर्ट में गया और हिंदू पक्ष का कहना था कि मंदिर तोड़ कर इस ज़मीन पर मस्जिद बनायी गई, ये जगह राम की जन्मभूमि है। साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने फ़ैसला सुनाया और इस ज़मीन को रामलला विराजमान का बताया। (बीबीसी.कॉम/हिंदी)