★ मैनपाट के पर्यटन स्थलों के नजदीक विचरण कर रहे हैं हाथी, वन विभाग की चिंता बढ़ी
अंबिकापुर @thetarget365 छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थल मैनपाट में हाथियों की चहलकदमी ने वन विभाग की परेशानी बढ़ा दी है। मकान तोड़ने, फसलों को क्षति पहुंचाने वाले हाथी मैनपाट के उन स्थलों के नजदीक पहुंच जा रहे हैं जहां सैलानियों का आना-जाना होता है। वन विभाग अब सैलानियों को सतर्क करने में लगा है।
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‘छत्तीसगढ़ के शिमला’ के नाम से प्रसिद्ध सरगुजा के हिल स्टेशन मैनपाट वन परिक्षेत्र में इन दिनों 13 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। ये हाथी तीन समूह में बंटकर अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं। मैनपाट की प्राकृतिक खूबसूरती देखने पहुंचने वाले सैलानी भी जंगली हाथियों का फोटो-वीडियो लेने उत्सुक नजर आ रहे हैं। सैलानियों की यही उत्सुकता वन विभाग की चिंता का कारण है। वन विभाग स्थानीय ग्रामीणों व सैलानियों को हाथियों से दूर रहने समझाइश दे रहा है। साथ ही रात के वक्त मैनपाट ना आने की भी सलाह दी जा रही है।
बदलते मौसम के साथ मैनपाट में गुलाबी ठंड की शुरुआत हो चुकी है। ऊंची पहाड़ियों से घिरे मैनपाट पर्यटन स्थल में सैलानियों की संख्या में लगातार इजाफा भी हो रहा है। दूसरी ओर जंगली हाथियों के आगमन से वन विभाग की चिंता काफी बढ़ गई है। इन जंगली हाथियों का दल मैनपाट के प्रमुख स्थल जहां सैलानियों की भीड़-भाड़ रहती है उसके आसपास विचरण करते देखे जा रहे हैं।
वन विभाग की अपील : हाथियों से रहें दूर
वनविभाग द्वारा जंगली हाथियों के द्वारा दिन के उजाले में मुख्य मार्गो व कुछ पिकनिक स्थलों में डेरा जमाने के कारण लोगों को सजग रहने की अपील की जा रही है। हाथियों के अचानक नजर आने से सैलानियों में इनके साथ दूर से सेल्फी लेने व इनका वीडियो बनाने की होड़ लगी हुई है। वनविभाग घनघोर जंगल से लगे स्पॉट में सैलानियों को जाने से मना भी कर रहा है।
13 हाथियों का दल, तीन ग्रुपों में बंटा
सरगुजा के मैनपाट में वर्तमान में 13 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। ये हाथी 03 अलग-अलग ग्रुपों में बंट गए हैं। एक ग्रुप में 02 हाथी और शेष में 6 व 5 हाथी एक साथ विचरण कर रहे हैं। मैनपाट का पहाड़ एक ओर जशपुर जिला तो दूसरी ओर ये कोरबा के जंगलों से लगा हुआ है। जंगली हाथियों का दल इन क्षेत्रों में विचरण करता रहता है।