प्रतापपुर (thetarget365)। सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम डांड़करवां के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के छोटे छोटे बच्चों को स्कूल प्रबंधन द्वारा नाश्ते में एक्सपायरी (खराब) हो चुके बिस्किट देने का मामला सामने आया है। मामला सामने आने के बाद अभिभावकों में रोष व्याप्त है। अभिभावक बच्चों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने वाले स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
जानकारी अनुसार मार्च 2024 में स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश पर डांड़करवां के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को मध्यान्ह भोजन योजनान्तर्गत नाश्ते में देने के लिए मिलेट नामक खाद्य पदार्थों से निर्मित मिलेट बार बिस्किट से भरे कई कार्टून सप्लाई किए गए थे। उस समय बच्चों की परीक्षाएं चल रही थीं। परीक्षा के बाद बच्चों का ग्रीष्मकालीन अवकाश हो गया। इस वजह से सप्लाई किए गए बिस्किट बच्चों में वितरित नहीं किए जा सके। स्कूल प्रबंधन ने बचे हुए बिस्किट के कुछ कार्टून स्कूल के भीतर ही छोड़ दिए। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद 26 जून को जब स्कूल खुले तो भी स्कूल प्रबंधन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया कि ग्रीष्मकालीन अवकाश से पहले जो बिस्किट स्कूल के ही भीतर छोड़ दिए गए थे वे खराब हालत में हैं या अच्छी हालत में। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने लापरवाही की हद पार करते बिस्किट में अंकित निर्माण व खराब होने की तिथि को देखे बगैर 2 और 3 जुलाई को स्कूल के छोटे छोटे बच्चों को सुबह दस बजे के करीब बिस्किट के पैकेट वितरित कर दिए। बच्चे बिस्किट खा ही रहे थे कि तभी स्कूल में पहुंचा एक स्थानीय व्यक्ति एक बच्चे के हाथ से बिस्किट का पैकेट लेकर उसे चेक करने लगा तो पता चला कि पैकेट में बिस्किट के निर्माण की तिथि 7 मार्च 2024 अंकित थी तथा निर्माण तिथि से 90 दिनों के भीतर उसका खराब होना बताया गया था। इस हिसाब से बिस्किट 7 जून को ही खराब (एक्सपायर) हो चुके थे। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन ने यह बिस्किट 2 और 3 जुलाई को बच्चों को खाने के लिए दे दिए। बच्चों को खराब बिस्किट देने की जानकारी मिलते ही अभिभावकों ने स्कूल में पहुंचकर हंगामा खड़ा कर दिया। अभिभावक बच्चों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
यह बच्चों से जुड़ा एक गंभीर मामला है इस तरह की लापरवाही बिलकुल भी बर्दाश्त करने के योग्य नहीं है। मामले को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग को पूरी गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
रोहित व्यास
जिला कलेक्टर सूरजपुर