★ नगर निगम के विकास पर भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने
अंबिकापुर @thetarget365 भाजपा कार्यालय में आज आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में लुंड्रा विधायक प्रबोध मिंज ने पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाए। मिंज ने कहा कि पिछले 10 वर्षों से अंबिकापुर नगर निगम सिंहदेव के इशारों पर संचालित होता रहा है, जिससे नगर निगम का समुचित विकास बाधित हुआ।
सिंहदेव पर लगाया “सुपर महापौर” होने का आरोप
प्रबोध मिंज ने दावा किया कि अंबिकापुर नगर निगम के मेयर डॉ. अजय तिर्की हर छोटे-बड़े निर्णय के लिए सिंहदेव से अनुमति लेते थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सिंहदेव के बीच वर्चस्व की लड़ाई का खामियाजा अंबिकापुर के विकास को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस आंतरिक कलह के कारण निगम के महत्वपूर्ण कार्य ठप हो गए।
कांग्रेस ने आरोपों को बताया निराधार
भाजपा विधायक के आरोपों पर नगर निगम के पूर्व सभापति और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय अग्रवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मिंज के दावों को पूरी तरह से निराधार बताते हुए कहा कि नगर निगम के सभी निर्णय एमआईसी (मेयर-इन-काउंसिल) और पार्षदों की चर्चा के बाद लिए जाते थे। उन्होंने कहा कि “यदि किसी सीनियर नेता से सलाह-मशविरा किया जाता है, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। नगर निगम ने हमेशा नियमानुसार कार्य किए हैं, और भाजपा केवल राजनीतिक लाभ के लिए झूठे आरोप लगा रही है।”
यह आरोप-प्रत्यारोप ऐसे समय में हो रहे हैं, जब अंबिकापुर में नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी जोरों पर है। भाजपा, नगर निगम में कांग्रेस के कार्यकाल को निशाना बनाकर विकास कार्यों में बाधा का मुद्दा उठा रही है। वहीं, कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है।
नगर निगम के विकास पर सवाल
प्रबोध मिंज ने कहा कि अंबिकापुर में जलभराव, खराब सीवरेज सिस्टम और अन्य बुनियादी समस्याएं कांग्रेस के कुशासन की देन हैं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने पिछले 13 महीनों में 7,300 करोड़ रुपये के विकास कार्य स्वीकृत कर अंबिकापुर की तस्वीर बदलने का काम किया है।
अब बारी जनता के फैसला का
नगरीय निकाय चुनाव के करीब आने के साथ ही अंबिकापुर में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही विकास और नेतृत्व के मुद्दे को लेकर जनता को रिझाने का प्रयास कर रही हैं। आगामी चुनाव में जनता का फैसला ही यह तय करेगा कि किस पार्टी के दावों पर वह विश्वास करती है। वैसे अंबिकापुर नगर निगम में भाजपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को 10-10 वर्षों के कार्यकाल का अनुभव है।