बिलासपुर @thetarget365 शहर के सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल में वॉशरूम में हुए विस्फोट के मामले में पुलिस ने चार छात्र-छात्राओं को हिरासत में लिया है। इनमें दो लड़के और दो लड़कियां शामिल हैं, जिन्हें किशोर न्यायालय में पेश करने के बाद बाल संप्रेक्षण गृह और अंबिकापुर बालिका गृह भेज दिया गया है। वहीं, पुलिस का मानना है कि इस घटना की मुख्य साजिशकर्ता एक छात्रा अभी भी फरार है।
सिविल लाइन पुलिस के अनुसार, स्कूल के प्राचार्य सुनित कुमार बखला की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। जांच के दौरान स्कूल परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज में दो छात्राएं घटना से पहले वॉशरूम की ओर संदिग्ध वस्तु लेकर जाती हुई दिखीं। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि इस घटना को उन्होंने अपने दो अन्य सहपाठियों के साथ मिलकर अंजाम दिया है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चारों को हिरासत में ले लिया।
घटना 21 फरवरी की सुबह की है, जब चौथी कक्षा की छात्रा स्तुति मिश्रा वॉशरूम गई और फ्लश चालू करते ही अचानक जोरदार धमाका हो गया। इस हादसे में छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के बाद अगले दिन आक्रोशित अभिभावकों ने स्कूल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि स्कूल में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं और प्रबंधन की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है।
पुलिस को फरार छात्रा पर मुख्य साजिशकर्ता होने का शक है। पूछताछ के लिए उसे बुलाने पर उसके पिता पहले स्कूल पहुंचे, लेकिन जैसे ही उन्होंने अन्य छात्र-छात्राओं को हिरासत में लेते देखा, वे बेटी को लाने का बहाना बनाकर वहां से चले गए और अपना मोबाइल भी बंद कर लिया। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।
इस घटना की जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने एक विशेष कमेटी गठित की है, जिसमें चार स्कूलों के प्राचार्य शामिल हैं। इनमें राजेंद्र नगर स्कूल के प्राचार्य डॉ. एमएल पटेल, मोपका स्कूल की प्राचार्य अर्चना जोशी और चांटीडीह स्कूल की प्राचार्य अलका अग्रवाल प्रमुख रूप से शामिल हैं। कमेटी ने 22 फरवरी को स्कूल जाकर छात्रों से पूछताछ शुरू कर दी थी और सोमवार को भी जांच जारी रही। पुलिस और जांच समिति जल्द ही अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी।