अंबिकापुर। लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले कांग्रेस के निलंबित पूर्व विधायक डॉ. विनय जायसवाल की वापसी हो गई है। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के अनुमोदन के बाद विनय जायसवाल का निलंबन समाप्त कर दिया गया है। साथ ही बिलासपुर मेयर रामशरण यादव का निलंबन समाप्त हो गया है। पूर्व विधायक बृहस्पत की वापसी पर संशय अभी भी बरकार है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज के आदेशानुसार कांग्रेस महामंत्री (संगठन) मलकीत सिंह गैदू ने इस आशय का आदेश जारी किया है।
बता दें विधानसभा चुनाव 2023 में मनेंद्रगढ़ से पूर्व विधायक विनय जायसवाल, रामानुजगंज के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह, सामरी से विधायक रहे चिंतामणि महाराज और प्रतापपुर से विधायक रहे डॉ. प्रेमसाय सिंह का टिकट काट दिया गया था। इनमें चिंतामणि महाराज ने बगावत करते हुए भाजपा प्रवेश कर लिया। नाराज विनय जायसवाल और बृहस्पति सिंह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। 12 दिसंबर 2023 को कांग्रेस ने विनय जायसवाल और बृहस्पत सिंह को छह सालों के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया था।
कांग्रेस महामंत्री ने पूर्व विधायक विनय जायसवाल और मेयर रामशरण का निलंबन समाप्त करने पत्र जारी किया है। बताया जा रहा है कि करीब 25 दिन पहले बृहस्पत सिंह, विनय जायसवाल ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से उनके घर जाकर मुलाकात की थी। इस दौरान पूर्व विधायकों पर हुई कार्रवाई को वापस लेने को लेकर भी चर्चा हुई। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट से मंथन कर जल्द ही इस पर फैसला लेने का आश्वासन मिला था।
पूर्व विधायक बृहस्पत की वापसी पर संशय बरकार
रामानुजगंज विधानसभा के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उनपर टिकट कटवाने और भाजपा से सांठगांठ का आरोप लगा दिया था। बृहपत सिंह के निलंबन वापसी का भी प्रस्ताव भेजा गया था। वे रामानुजगंज विधानसभा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हालांकि उनकी वापसी को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है।