★ पहले बैज फिर नेताम ने की मृतक गुरुचंद मंडल के परिजनों से मुलाकात
★ क्या यही विष्णु देव सरकार का सुशासन है- दीपक बैज
★ परिजनों को पांच लाख, बेटे की पढ़ाई का खर्च उठाएंगे रामविचार नेताम
अंबिकापुर @thetarget365 बलरामपुर जिले में स्वास्थ्य कर्मी गुरुचंद मंडल के पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद सियासत भी गरमा गई है। शनिवार को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने मृतक के स्वजन से मुलाकात की। घटना की जानकारी लेने के बाद उन्होंने गुरुचंद मंडल की हत्या किए जाने का आरोप लगाया। बैज के वापस लौटते ही क्षेत्रीय विधायक व कृषि मंत्री रामविचार नेताम भी मृतक के गांव संतोषीनगर पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। उन्होंने न्याय का भरोसा देते हुए कहा कि जांच शुरू हो गई है। जो भी तथ्य निकलकर सामने आएगा, उस अनुरूप कार्रवाई होगी।
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प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने गुरुचंद मंडल की पीट-पीटकर हत्या का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हत्या को आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया गया है। उन्होंने दोषी पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध एफआइआर व हाईकोर्ट के जज से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने तथा पीड़ित परिवार के भरण पोषण की मांग की। दीपक बैज ने कहा कि गुरुचंद मंडल को बेहरमी से पीटा गया। हाथों को जूते से कुचला गया।
बैज ने सवाल किया कि क्या यही विष्णु देव सरकार का सुशासन है? छत्तीसगढ़ में मानव द्वंद चल रहा है। लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए हैं, ऐसा क्यों हो रहा है? शासन-प्रशासन से भरोसा उठ गया है। प्रदेश में अराजकता का माहौल है। पहले बलौदाबाजार जला। फिर कवर्धा के लोहारीडीह की घटना हुई। फिर सूरजपुर और अब बलरामपुर में दुखद घटना हुई। मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि अगली बारी किस जिले की है? पूरे मामले में सरकार की ओर से जवाब आना चाहिए।
सरकार को स्पष्ट बोलना चाहिए कि दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी। जनता पुलिस थाने में सुरक्षित नहीं है तो और कहां सुरक्षित रहेगी। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के साथ अंबिकापुर महापौर डा अजय तिर्की, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह, मधु गुप्ता, लालसाय, केपी सिंह, अजय गुप्ता, राजू सिंह उपस्थित रहे।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने उठाए सवाल
■ गुरुचंद मंडल की मौत हुई तो उनके स्वजन को अलग बंद क्यों रखा गया ?
■ पंचनामा करने के बाद शव को क्यों नहीं उतारा गया।
■ पोस्टमार्टम के समय स्वजन को शव क्यों नहीं देखने दिया गया। उनके समक्ष पंचनामा क्यों नहीं हुआ।
■ पोस्टमार्टम के बाद सबूत मिटाने के लिए शव को जलाने के लिए जबरदस्ती ले जाया गया। पुलिस सच छिपाना चाहती थी। गुरुचंद की हत्या हुई थी जिसे आत्महत्या का स्वरूप देने का प्रयास किया गया।
जांच निष्पक्ष होगी, आरोपियों पर कार्यवाही निश्चित होगी- रामविचार नेताम
कृषि मंत्री व क्षेत्रीय विधायक रामविचार नेताम ने अपनी ओर से पीड़ित परिवार को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की। उन्होंने मृतक के बेटे की पढ़ाई का सारा खर्च वहन करने की घोषणा की। मंत्री नेताम ने कहा कि गुरुचंद का बेटा जहां भी पढ़ेगा, जब तक पढ़ेगा, उसे पढ़ाएंगे।
सरकार की ओर से मृतक के स्वजन को पांच लाख रुपये देने की घोषणा करते हुए मंत्री नेताम ने कहा कि हम सरकार में हैं। प्रकरण की जांच चल रही है। जांच में जो भी रिपोर्ट आएगा, उसके आधार पर कानून अपना काम करेगी। काफी देर तक मंत्री नेताम , पीड़ित परिवार के सदस्यों के साथ रहे। उनके साथ भाजपा नेता कृष्णा गुप्ता, धीरज सिंहदेव, भानुप्रकाश दीक्षित के साथ अन्य जनप्रतिनिधि भी थे।
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