◆ प्राथमिक स्कूलों में 01 अगस्त से मिलेगा चना, अधिकारी बोले- सब कुछ व्यवस्थित था
Nutrition scheme gram : सरगुजा जिला मुख्यालय स्थित विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में गुरुवार को अतिरिक्त पोषण योजना के तहत चना लेने पहुंचे शिक्षकों को अव्यवस्था और गर्मी के बीच घंटों इंतजार करना पड़ा। योजना के अंतर्गत प्राथमिक शालाओं के बच्चों के लिए वितरित किए जा रहे चने को लेने पहुंचे दर्जनों प्रधानपाठकों को असुविधाजनक परिस्थितियों से गुजरना पड़ा।
सुबह से ही कार्यालय परिसर में लंबी कतारें लग गईं। महिला शिक्षिकाएं थककर जमीन पर बैठ गईं, वहीं कुछ शिक्षक चने की बोरियों को ढोते दिखे। छोटे से कमरे में बिना किसी टोकन या व्यवस्थित व्यवस्था के चने का वितरण किया गया, जिससे भारी अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। शिक्षकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बच्चों के पोषण के नाम पर शिक्षकों को इस तरह लाइन में खड़ा करना अपमानजनक है।
शिक्षकों की शिकायत है कि पिछले साल उन्होंने अपनी जेब से चना खरीदकर बच्चों को उपलब्ध कराया था, जिसका भुगतान अब तक नहीं हुआ। इस बार जिला खनिज न्यास मद से राशि निर्धारित की गई है, फिर भी वितरण व्यवस्था बेहद लचर रही।
इस बीच, प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी सतीश तिवारी ने अव्यवस्था के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि “प्रत्येक विद्यालय से केवल एक-एक शिक्षक चना लेने आया था, जिससे किसी भी स्कूल की पढ़ाई बाधित नहीं हुई है।” उन्होंने बताया कि 1 अगस्त से सभी प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को चना भिगोकर दिया जाएगा, जिससे उनके पोषण स्तर में सुधार हो।
हालांकि अधिकारी वितरण को सुचारु बताते रहे, लेकिन शिक्षकों की व्यथा भरे चेहरे और अव्यवस्था की तस्वीरें कुछ और ही कहानी बयां कर रही थीं।