★ नियमों का पालन करने दिए कड़े निर्देश, 15 दिवस के भीतर विगत वर्षों में प्रवेशित बच्चों, शालात्यागी बच्चों की संख्या सहित अन्य जानकारी वर्षवार एवं कक्षावार उपलब्ध कराने दिए निर्देश
अंबिकापुर (thetarget365)। जिला कलेक्टरेट सभाकक्ष में सोमवार को कलेक्टर विलास भोसकर ने जिले के समस्त राइट टु एजुकेशन अंतर्गत आने वाले निजी विद्यालयों के प्राचार्य एवं संचालकों की बैठक ली।
जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में वर्तमान में आरटीई अंतर्गत कुल 205 विद्यालय हैं, वर्ष 2024-25 में प्रवेश हेतु भर्ती की प्रक्रिया जारी है।
कलेक्टर भोसकर ने सभी विद्यालयों के प्राचार्यों एवं प्रबन्धकों से कहा कि आरटीई के नियमों का पालन करना सुनिश्चित करें, सभी विद्यालय विगत वर्षों में प्रवेशित बच्चों, शालात्यागी बच्चों की संख्या सहित अन्य जानकारी वर्षवार एवं कक्षावार 15 दिवस के भीतर उपलब्ध कराएं। उन्होंने विगत सत्र में आरटीई अंतर्गत प्रवेशित बच्चों की संख्या की जानकारी ली, ड्रॉपआउट बच्चों की जानकारी लेते हुए कहा कि शालात्यागने का कारण पता करें, प्रयास करें कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे, इस हेतु अभिभावकों से मिलें, उन्हें शिक्षा के महत्व को बताएं। शिक्षा ही ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा व्यक्ति आगे बढ़ता है और समाज में अपनी पहचान बनाता है। जिले में ऐसे कई प्रतिभावान बच्चे हैं, जो कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं। ऐसे में आप सभी का दायित्व उन्हें रास्ता दिखाने का है, अपने कर्त्तव्य का निर्वहन करें। बैठक में कलेक्टर भोसकर में कहा कि सरगुजा जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है, ऐसे में विशेष पिछड़ी जनजाति के बच्चों को अवश्य प्रवेश दिलाने का प्रयास करें। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को विद्यालयों के निरीक्षण एवं प्रत्येक तिमाही में समीक्षा बैठक आयोजित किए जाने हेतु निर्देशित किया।