चिरमिरी (एमसीबी)। हर साल गर्मी का सीजन शुरू होते ही निगम क्षेत्र गेल्हापानी के वार्ड-9 में पेयजल समेत बिजली की समस्या शुरू हो जाती है। दरअसल, यह पूरी तरह से एसईसीएल द्वारा बसाया गया क्षेत्र है, जहां दो दशक पहले खदानें बंद होने के बाद मूलभूत सुविधाओं के विस्तार में कटौती कर दी गई है। यही वजह है कि निजी मकान में यहां रहने वाले लोग लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। यहां सीएसपीडीसीएल की बिजली और निगम द्वारा पानी सप्लाई की आज तक कोई सुविधा का विस्तार नहीं किया गया है। हालांकि जल आवर्धन योजना के तहत ओवर हेड पानी टंकी बना दी गई है।
मालूम हो कि चिरमिरी के गेल्हापानी वार्ड-9 में दो हजार जनसंख्या है। यहां संचालित खदानें दो दशक पहले ही बंद हो चुकी हैं। एसईसीएल के अधिकांश कर्मचारी रिटायर हो गए हैं या यहां से चले गए हैं। यहां जरूरी सेवाओं के लिए ही काॅलरीकर्मी बचे हैं। इसके अलावा अधिकांश निजी वाहन मालिक ही हैं। एसईसीएल द्वारा मूलभूत सुविधाओं के विस्तार में कटौती करने की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां कबाड़ चोरों के आतंक से मूलभूत सुविधा के संचालन में परेशानी ज्यादा हो रही है। वार्डवासियों ने बताया कि चोर बिजली के मोटे-मोटे केबल काटकर ले जाते हैं, तो कभी पानी सप्लाई के लिए लगाए गए पाइप लाइन और माेटर पंप को नुकसान पहुंचाते हैं। यहीं वजह है कि दिनभर मजदूरी करने के बाद रात में पंप और बिजली घर की चौकीदारी वार्डवासी ही करते हैं।
परेशान वार्डवासी सड़क पर उतरे
वार्डवासियों ने बताया कि दिनभर अपने-अपने काम में व्यस्त होने के बाद रात होने पर पानी और बिजली घर की सुरक्षा करते हैं। यहां बता दें कि आज भी यहां एसईसीएल द्वारा ही बिजली और पानी सप्लाई की जाती हैं, लेकिन कबाड़ियों की वजह से आए दिन तार काटकर ले जाया जाता है, जिससे बिजली और पानी की सप्लाई में दिक्कत होती है।जनप्रतिनिधियों से कई बार समस्या कहने के बाद भी स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है।