★ पूर्व में भी 05 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
अंबिकापुर @thetarget365 सरगुजा में संचालित डब्ल्यू फिफ्टी टू ( W52) सट्टा गिरोह में शामिल पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से चार आरोपी सट्टा लगवाने तथा एक आरोपी बैंक खाता उपलब्ध कराने के साथ ही राशि अंतरण में सहयोग किया करता था। इस कार्य के लिए इन्हें सट्टेबाजों द्वारा सैलरी के समान राशि का भुगतान भी किया जाता था। अभी तक की जांच में गिरोह द्वारा संचालित बैंक खातों से 40 करोड़ के लेनदेन की पुष्टि हो चुकी है। मामले में पुलिस की जांच अब भी जारी है। अभी तक 10 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जांच में आए तथ्यों के आधार पर और आरोपी चिन्हित किए जा सकते हैं।
मालूम हो कि 13 जनवरी को पुलिस ने जयस्तंभ चौक के पास एक घर में छापा मारा था। पुलिस ने मुख्य आरोपी सुधीर गुप्ता के चार सहयोगियों को पकड़ा था। शुरुआती जांच में ही आरोपियों द्वारा देश के 15 बैंकों की अलग-अलग शाखाओं में फर्जी तरीके से खाते खोलकर आनलाइन माध्यम से सट्टा की रकम का लेन देन करने की पुष्टि हुई थी। अभी यह आंकड़ा बढ़कर 40 करोड़ हो चुका है।
अब तक इन सटोरियों के विरुद्ध हुई कार्रवाई
0 सुधीर गुप्ता सदर रोड
0 राहुल अग्रवाल उर्फ विक्की बिलासपुर चौक के पास
0 श्रीकांत अग्रवाल महामाया रोड सुदामा होटल के पास
0 राहुल कुमार सोनी चांदनी चौक शास्त्री वार्ड
0 अर्जुन गुप्ता शिकारी रोड
0 सौरभ यादव उर्फ भोलु नमनाकला पंचदेव मंदिर के पास
0 साहिल गुप्ता पिता देवीगंज रोड महाराजा गली के सामने
0 अमन करारिया नेहरू विद्या मंदिर स्कुल के पास नमनाकला
0 सोम गुप्ता उर्फ लालु देवीगंज रोड महाराजा गली के सामने
( उक्त सभी आरोपी अंबिकापुर शहर के हैं)
0 अम्मी गिरी ग्राम बुंदिया दरीपारा थाना भटगांव सूरजपुर
पुलिस की जांच में पता चला था कि आरोपियों द्वारा व्हाटसप ग्रुप के माध्यम से आनलाइन सट्टा खिलवाया जाता था। इसी ग्रुप के सदस्य अमन करारिया से कर पूछताछ किया गया। उसने अपने पिता के नाम से सीम लेकर उपयोग करना बताया। ग्रुप के अन्य सदस्यों के संबंध में पूछताछ पर बताया कि आरोपी सुधीर गुप्ता द्वारा सोम गुप्ता को एक फेक सिम दिया था, जिससे सोम गुप्ता वाट्सअप ग्रुप बनाकर एडमिन बनकर उपयोग करता था। पुलिस टीम द्वारा सोम गुप्ता को भी हिरासत में लिया गया। उसने भी मास्टरमाइंड सुधीर गुप्ता के कहने पर सौरभ यादव, साहिल गुप्ता व अमन करारिया के साथ मिलकर सुधीर गुप्ता के लिए काम करना बताया। इसी आधार पर इन सभी की गिरफ्तारी की गई। इस कार्य के एवज में उन्हें बड़ी राशि बतौर सैलरी दिए जाने की जानकारी सामने आई है।
पुलिस ने बताया कि प्रकरण की जांच में भटगांव के ग्राम बुंदिया निवासी अम्मी गिरी की संलिप्तता भी सामने आई है। उसे भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों द्वारा फर्जी खाता खोलवाकर आपराधिक षड़यंत्र कारित करने का अपराध घटित किया गया है। अम्मी गिरी द्वारा कई व्यक्तियों के खाते खुलवाकर आरोपियों को बतौर कमीशन उपलब्ध कराए जाने की भी जानकारी मिली है। पूछताछ में सट्टा खेलने खिलवाने हेतु बैंक खाता प्रदान करना स्वीकार किया है। इन खातों से राशि अंतरण में भी आरोपी की भूमिका सामने आई है। अभी इन सभी तथ्यों की ओर बारीकी से जांच की जा रही है।
फर्जी खाते, हवाला और क्रिप्टो करंसी से सट्टा के साक्ष्य मिले
पांच आरोपियों से घटना में प्रयुक्त पांच नग मोबाइल एवं तीन नग बैंक खाता जब्त किया गया हैं। बैंक खातों से संबंधित जानकारी प्राप्त करने पर लगभग चालीस करोड़ रूपये का लेनदेन पाया गया है।कई बैंकों से जानकारी अप्राप्त है। यह राशि और ज्यादा बढ़ाने की संभावना है। प्रकरण में आरोपियों द्वारा संगठित तौर पर कई व्हाट्सअप समूह बनाकर, फर्जी सिम, फर्जी खातों, हवाला और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से विनबज और स्काई एक्सचेंज प्लेटफार्म से सट्टा खिलवाने का साक्ष्य मिला है। मामले में अग्रिम जांच विवेचना जारी है।