हिंदी फिल्म “गंगाजल” की याद आ गई..! फ़िल्म में एक कलाकार डीएसपी के किरदार में थे..! उनका तकिया कलाम था..!”ई त साला होना ही था..”
बस..! उत्तर छत्तीसगढ़ के दो कांग्रेस विधायकों की बदजुबानी ने उन्हें कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखा दिया..!
इसके बाद..! ई त साला होना ही था.! लोग कहने लगे हैं..!
अंबिकापुर। रामानुजगंज के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह और मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक विनय जायसवाल को छः साल के लिए कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया है। इन दोनों विधायकों ने कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे। रामानुजगंज के पूर्व विधायक बृहस्पति ने तो सीधे तौर पर हार का जिम्मेदार प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव पर लगाते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा पर रुपए लेनदेन का आरोप भी लगा दिया था। इन दोनों विधायकों ने कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा प्रदेश प्रभारी सचिव चंदन यादव पर भी पैसे लेने का आरोप लगा सनसनी फैला दी थी। इन दोनों नेताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में भाग लेने और चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ काम करने का आरोप था। जिसकी शिकायत प्रदेश नेतृत्व को भी की गई थी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने इन दोनों को तीन दिवस के भीतर जवाब देने कहा था, जारी नोटिस के बाद दोनों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। नोटिस में भी जो जवाब दिया वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर सवाल खड़ा करते हुए दिया था। पार्टी विरोधी गतिविधियों एवं वरिष्ठ नेताओं पर टीका टिप्पणी इन दोनों पर भारी पड़ी और दोनों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। बता दें कि कांग्रेस के पूर्व विधायक बृहस्पति हमेशा विवादों में रहे हैं। उपमुख्यमंत्री पर सत्ता में रहते हुए उन्होंने हत्या का आरोप भी लगा दिया था व प्रदेश के राजनीति में 2 वर्ष पूर्व सनसनी फैला दी थी। मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक विनय जायसवाल की भी कार्य प्रणाली से पार्टी खफा थी।